नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को लेकर कांग्रेस के विरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की अध्यक्ष सोनिया गांधी का 2011 का एक वीडियो जारी किया जिसमें यह दिखाया गया है कि वह अपनी जानकारी साझा कर रही हैं, जिसका इस्तेमाल एनपीआर में भी किया जाना था।
भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर वीडियो जारी किया और उसके साथ ही ट्वीट किया, “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 2011 में जनगणना के लिए अपनी जानकारी साझा की थी, तब इसी डाटा का इस्तेमाल पहली बार एनपीआर के लिए किया गया था। अब यही कांग्रेस इसका विरोध कर रही है और हिंसा को भड़काने की कोशिश कर रही है।”
Then Congress President Sonia Gandhi enumerating for the population census in 2011, when it was for the first time also used to build the National Population Register (NPR).
Now the same Congress is using it as an excuse to fan riots, destroy public property and create mayhem… pic.twitter.com/vUxi4WRlH9
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 25, 2019
इससे पहले मंगलवार को भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी ऐसा ही एक वीडियो ट्वीट किया था, जिसमें तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल एनपीआर में डाटा देने वाली देश की पहली महिला बनी थीं। पात्रा ने जो वीडियो ट्वीट किया था उसमें दावा किया गया था कि 2012 में राष्ट्रपति भवन पाटिल का डाटा एनपीआर में बायोमेट्रिक तरीके से शामिल किया गया था।
इसके बाद, तत्कालीन राष्ट्रपति ने सभी निवासियों से सरकार की इस प्रमुख योजना ‘एनपीआर’ में अपना नामांकन सुनिश्चित करने का आग्रह किया था।
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गत मंगलवार को ही एनपीआर को अपडेट करनी की मंजूरी दी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसके बारे में कल ही जानकारी दी थी। एनपीआर हर 10 वर्ष में होने वाली जनगणना का ही नया रूप है।
एनपीआर तैयार करने का उद्देश्य देश के सामान्य निवासियों की व्यापक पहचान का डाटाबेस बनाना है। इस डाटा में जनगणना के साथ बायोमेट्रिक जानकारी भी शामिल होगी।
P Chidambaram, Home Minister during UPA era, gloating at the launch (2010-11) of National Population Register (NPR) exercise.
It is for the first time in human history we are beginning to identify, count, record, enumerate and eventually issue a identity card to 120 cr people… pic.twitter.com/IZGT6TlFft
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 25, 2019