अजमेर। श्रीमसानिया भैरव धाम चैरिटेबल ट्रस्ट राजगढ़ की ओर से श्री मसानिया भैरव धाम पर मनोकामनापूर्ण स्तंभ का 17वां स्थापना दिवस बुधवार को धूमधाम और बाबा भैरव व मां कालिका के जयकारों की गूंज के बीच मनाया गया।
सुबह मनोकामनापूर्ण स्तंभ पर वैदिक मंत्रोचार के साथ हवन यज्ञ प्रारंभ हुआ। हवन के बाद मां कालीका व बाबा भैरव की महाआरती व गुरुआरती हुई। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी धीरज गुर्जर, कार्यक्रम के अध्यक्ष संघ प्रचारक राजेंद्र, अजमेर संभागीय आयुक्त एलएन मीणा, समाज सेवी एवं भाजपा नेता भंवर सिंह पलाड़ा, महापौर धर्मेंद्र गहलोत तथा अन्य अतिथियों ने मंदिर पर ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के कई जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक और पुलिस के आला अधिकारी मौजूद थे।
कार्यक्रम में भीड़ का आलम यह था कि श्रद्धालुओं की संख्या तीन लाख के आंकड़े को भी पार कर गई। श्रद्धालु शाम को आरती तक धाम पर आकर परिक्रमा करते रहे और बाबा भैरव व मां कालिका के समक्ष शीश झुकाकर चंपालाल महाराज से आशीर्वाद प्राप्त करते रहे।
मनोकामनापूर्ण स्तंभ की वर्षगांठ के शुभअवसर पर गुरुदेव चंपालाल ने आने वाले समस्त श्रद्धालुओं से कन्या भ्रूण हत्या रोकने एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का आह्वान किया। उन्होंने मुख्यअतिथि व विशिष्ट अतिथियों के साथ आए हुए लाखों श्रद्धालुओं से अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर कन्या भ्रूण हत्या रोकने का संकल्प दिलाया।
गुरुदेव ने बताया कि बेटा भाग्य से व बेटी सौभाग्य से प्राप्त होती है। कन्या भ्रूण हत्या महापाप है जिसका कोई प्रायश्चित नहीं। इस अवसर पर बोलते हुए गुरुदेव ने समस्त श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहने के लिए समझाया और बताया कि नशा ही नाश का कारण है एवं नशा ही विनाश की जड़ है।
अभूतपूर्व राजगढ़ मसानिया भैरव धाम
अतिथियों ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजगढ़ धाम राजस्थान ही नहीं अपितु पूरे भारतवर्ष में अदभुत ख्याति प्राप्त देवस्थान है जहां चंपालाल महाराज निस्वार्थ भाव से मानव जीव प्राणी की सेवा कर रहे हैं जिसका बखान शब्दों के माध्यम से नहीं किया जा सकता है। महाराज द्वारा जो राष्ट्रीय स्तर पर समाज के कल्याणकारी कार्यक्रम जैसे नशा मुक्ति का अभियान व समाजकँटको द्वारा की जा रही कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में धाम पर चल रहे महाअभियान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व जल सरंक्षण अपने आप में अनूठी मिसाल व्यक्त करता है।
अदभुत चमत्कारी चिमटी का वितरण
सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तंभ की 17वीं वर्षगांठ स्थापना दिवस पर आए हुए श्रद्धालुओं को अदभुत चमत्कारी चिमटी का वितरण हुआ। श्रद्धालु मंगलवार से ही मनोकामना पूर्णस्तंभ की परिक्रमा कर विशेष चमत्कारी चिमटी प्राप्त करने के लिए कतारों में लग गए। स्थापना दिवस पर मनोकामनापूर्ण स्तंभ की मात्र एक परिक्रमा लगाने से व अदभुत चमत्कारी चिमटी का सेवन करने से श्रद्धालुओं के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
बाबा भैरव मां कालिका मंदिर पर चढे सैकड़ों झंडे
मनोकामना पूर्ण स्तंभ के स्थापना दिवस पर देश प्रदेश से सैकड़ों झंडे आए। मेले में देश प्रदेश के विभिन्न प्रांतों पंजाब हरियाणा राजस्थान आदि राज्यों के विभिन्न स्थानों से हजारों श्रद्धालु अपने साथ लाए झंडों को चक्की वाले बाबा के मंदिर से मुख्य मंदिर मनोकामनापूर्ण स्थल तक गाजे-बाजे के साथ नाचते गाते लाए तथा बाबा भैरव मां कालिका के मंदिर पर चढ़ाएं।
लगी वाहनों की कतारें, प्रशासन ने संभाला मोर्चा
भैरव धाम पर श्रद्धालुओं के सैलाब को देखते हुए जिला पुलिस व प्रशासन ने शांति व कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए श्रद्धालुओं के सैलाब को सुनियोजित तरीके से संभालने के लिए कड़े बंदोबस्त किए तथा विशेष पुलिस जाब्ता लगाया। श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले कुछ वर्षों के तमाम रिकॉर्ड तोड़ दिए तथा शांति व्यवस्था,यातायात तथा पार्किंग के लिए पुलिस ने विशेष व्यवस्था की।
पंजाब, सीकर, चूरू, झुंझुनू से आई रैली व चढ़ाया झंडा
मनोकामनापूर्ण स्तंभ के स्थापना दिवस के अवसर पर पंजाब, सीकर, चूरू, झुंझुनूं से श्रद्धालु राजगढ़ धाम पहुंचे जो कि महाराज की प्रेरणा पाकर कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में बेटी बचाओ देश बचाओ की एक विशाल रैली लेकर राजगढ़ धाम पर आए। रैली में आए श्रद्धालु पूरे जोश के साथ कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में बेटी बचाओ देश बचाओ बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ के नारे लगाते नजर आ रहे थे।
इन्होंने की शिरकत लगाई, परिक्रमा का लाभ उठाया
मनोकामनापूर्ण स्तंभ के स्थापना दिवस के महोत्सव के अतिथियों धीरज गुर्जर, भंवर सिंह पलाड़ा, महेंद्र सिंह रलावता, धर्मेंद्र गहलोत, वासुदेव देवनानी, नसीम अख्तर, इंसाफ अली, ब्रह्मदेव कुमावत, सुरेंद्र सिंह शेखावत, सचिन सांखला, कमल पाठक, भंवर गुर्जर, एलएन मीणा, राकेश गुप्ता, बुद्धि प्रकाश मीणा ने मनोकामनापूर्ण स्तंभ की परिक्रमा कर बाबा भैरव व कालिका से आशीर्वाद प्राप्त किया।
इनका रहा विशेष योगदान
मनोकामनापूर्ण स्तंभ की स्थापना दिवस के कार्यक्रम की सुचारू व्यवस्था संभालने के लिए व्यवस्थापक ओम प्रकाश सेन, कैप्टन मुकेश सेन, रमेश सेन, प्रकाश राका, राहुल सेन, नरेश चाहर, हरनिवास काबरा, प्रदीप काबरा, सत्यनारायण सेन, कमल्ली नानी, कैलाश सेन, शंकर महावर, रामप्रसाद जागृत, मनीष चौहान, भूपेंद्र बंजारा, दीपक, सीता, सुरेश गुर्जर, दिनेश सेन, अमित खंडेलवाल, शंकर नाथ, पदमचंद जैन, कल्लू यादव, अशोक चौधरी आदि का योगदान महत्वपूर्ण रहा।