अजमेर। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों खासकर सिखों को निशाना बनाए जाने, ननकाना साहिब गुरूद्वारे पर मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा किए गए हमले के बाद पेशावर में सिख युवक की हत्या किए जाने की निंदा करते हुए सोमवार को सिख समाज तथा विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान का पुतला फूंककर विरोध जताया।
राजस्थान पंजाबी महासभा, अजमेर सिख सभा तथा सिख यूथ फेडरेशन के संयुक्त तत्वावधान में सिख समुदाय ने कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में इमरान खान मुर्दाबाद के नारे लगाए तथा खान का पुतला जलाया। इसके बाद कलेक्टर के जरिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम ज्ञापन देकर इन हरकतों पर अंकुश लगाने तथा पाकिस्तान में सिख समुदाय को सुरक्षा दिए जाने की मांग की गई।
महासभा के अध्यक्ष राजेश टंडन तथा अजमेर सिख सभा के अमर सिंह छाबड़ा ने संयुक्त रूप से कहा कि पाकिस्तान में ननकाना साहब का नाम बदलने के विरोध में पूरे देश के सिख एवं पंजाबी समाज में व्यापक रोष है।
गुरुद्वारा के लिए करतारपुर कॉरीडोर खोला गया है जबकि सिख एवं पंजाबी समाज पर हमला किया जा रहा है जो निंदनीय एवं असहनीय है। ज्ञापन में ननकाना साहब जाने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और हमले के दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की गई।