जयपुर। अगर आपका बैंक संबंधी कार्य है तो आज ही पूरा कर ले कल यानी 8 जनवरी को बैंकों की हो सकती है हड़ताल। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की प्रमुख यूनियनों ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा आयोजित आम हड़ताल में भाग लेने का फैसला किया है। पिछले कुछ समय से बैंकों में हड़ताल होने की वजह से ग्राहकों को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल का एलान किया है। इसमें बैंकों की यूनियन वाले भी शामिल होने वाले हैं। जिस बैंक ब्रांच के कर्मचारी हड़ताल का समर्थन करेंगे वहां काम प्रभावित होने की आशंका है। एटीएम में भी पैसों की किल्लत हो सकती है।
हड़ताल की वजह से बैंकाें में काम होगा प्रभावित
जनवरी माह में एक तो वैसे ही बैंकों की कई दिन की छुट्टी रहने वाली है दूसरी ओर हड़ताल से ग्राहकों पर असर पड़ेगा। बीते दिनों स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से कहा गया कि हड़ताल में भाग लेने वाली यूनियनों में हमारे बैंक कर्मचारियों की सदस्यता बहुत कम है। ऐसे में बैंक के कामकाज पर हड़ताल का असर कम से कम होगा। जबकि बैंक ऑफ बड़ौदा को डर है कि हड़ताल का असर उसके कामकाज पर पड़ेगा।
बैंक ने कहा कि वह अपने ब्रांच के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक उपाय सुनिश्चित कर रहा है। केनरा बैंक को भी हड़ताल से कामकाज प्रभावित होने की आशंका है। वहीं सरकारी क्षेत्र का सिंडिकेट बैंक भी प्रस्तावित हड़ताल के मद्देनजर अपने परिचालन को सामान्य बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है।
यह बैंक यूनियन केंद्र सरकार का कर रही हैं विरोध
देश में कई बैंक यूनियन केंद्र की मोदी सरकार का विरोध कर रही है। जिसकी वजह से इन यूनियनों ने 8 जनवरी को हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। बता दें कि देशव्यापी हड़ताल में ये हैं बैंक यूनियन, अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन बैंक कर्मचारी फेडरेशन ऑफ इंडिया इंडियन नेशनल बैंक एम्पलाइज फेडरेशन भारतीय राष्ट्रीय बैंक अधिकारी कांग्रेस और बैंक कर्मचारी सेना महासंघ शामिल हैं।
यह हड़ताल केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ की जाएगी, जिसमें नौकरियों की सुरक्षा, रोजगार सृजन और श्रम कानूनों में संशोधन बंद करने से संबंधित मांगें रखी जाएंगी। कल हड़ताल को देखते हुए बैंक और एटीएम संबंधी अगर आपका कोई कार्य है आज ही निपटा लें।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार