अजमेर। अजमेर जिले के नसीराबाद में आज छावनी परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाने के दौरान जैन प्रतिमा खंडित हो जाने पर जैन समाज में आक्रोश पैदा हो गया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक दोपहर छावनी परिषद के अधिशासी अधिकारी अरविंद कुमार नेमा के नेतृत्व में परिषद के अतिक्रमण हटाऊ दस्ते ने आचार्य ज्ञानसागर महाराज समाधि मंदिर पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान भगवान पार्श्वनाथ की जैन मूर्ति खंडित हो गई।
इसकी सूचना के बाद नसीराबाद में जैन समाज में आक्रोश फैल गया और वह इसके विरोध में खड़ा हो गया। कस्बे के सदर बाजार स्थित दिगंबर जैन बड़ा मंदिर पर एक आपात सभा आयोजित कर छावनी परिषद की कार्रवाई का विरोध करते हुए इसे घृणित कृत्य करार दिया गया।
जैन समाज के सुशील गदिया ने इसे नसीराबाद छावनी की तानाशाही बताते हुए कहा कि धार्मिक स्थल पर इस तरह की कार्रवाई को बर्दाश्त के बाहर है। उन्होंने चेतावनी दी कि छावनी परिषद ने पुनः यथा स्थिति नहीं की तो अनिश्चितकाल के लिए नसीराबाद बंद कराया जाएगा।
समाज के लोग इसके विरोध में धरने पर बैठ गए और नेमा को हटाने की मांग करने लगे। धरनास्थल पर सांसद भागीरथ चौधरी एवं विधायक रामनारायण गुर्जर भी पहुंचे।
उधर, छावनी परिषद सूत्रों के अनुसार रक्षा संपदा की भूमि पर अवैध निर्माण को लेकर आज कार्रवाई अमल में लाई गई। छावनी परिषद की इस भूमि पर जैन समाज की ओर से निर्माण कार्य किया जा रहा था जिसके लिए पूर्व में भी नोटिस दिया जा चुका है, लेकिन निर्माण कार्य जारी रखा गया। इसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।