नई दिल्ली। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने डीटीएच ग्राहकों को राहत देते हुए चैनलों के अधिकतम खुदरा मूल्य को 19 रुपए से कम कर 12 रुपए करने के साथ ही अब 130 रुपए में 100 चैनल के स्थान पर 200 फ्री टू एयर चैनल देने का प्रावधान किया है।
ट्राई के अध्यक्ष आरएस शर्मा ने सोमवार को यहां संवददाता सम्मेलन में यह घोषणा करते हुए कहा कि यह नई व्यवस्था एक मार्च 2020 से लागू होगी। ऑपरेटरों को चैनलों को टैरिफ 15 जनवरी तक जारी करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि एक चैनल के अधिकतम मूल्य बुके में दिए जाने वाले चैनलों के कुल मूल्य से अधिक नहीं हो सकता है। बुके में शामिल कुल चैनलों की तुलना में एक चैनल का शुल्क प्रति चैनल विभावित करने पर डेढ़ गुना अधिक नहीं होना चाहिए। अब कोई भी चैनल 12 रुपए या उससे कम मूल्य के चैनल बुके का हिस्सा होगा।
उन्होंने कहा कि कुछ ऑपरेटरों ने कुछ चैनलों के शुल्क में 200 फीसदी तथा कुछ के मूल्य में शत प्रतिशत की बढोतरी की है। आमतौर पर मूल्य में 40 फीसदी की बढोतरी हुई है लेकिन अब फ्री टू एयर चैनलों की संख्या बढ़ाए जाने से उपभोक्ताओं को कम शुल्क चुकाना होगा। इस फ्री टू एयर चैनल में दूरदर्शन के 25 चैनल शामिल है। दूरदर्शन के सभी 25 चैनलों को देना अनिवार्य है।
इसको नेटवर्क कैपेसिटी शुल्क (एनसीएफ) कहा जाता है जो हर उपभोक्ता को सेवा प्रदाताओं को डीटीएच कनेक्शन एक्टिव रखने के लिए देना होता है। इस शुल्क पर जीएसटी भी लगता है।
शर्मा ने कहा कि एक घर में एक से अधिक टीवी होने पर केबल ऑपरेटर द्वारा ग्राहकों से नेटवर्क क्षमता शुल्क के रूप में अधिक शुल्क वसूल करने की शिकायतें मिली हैं। ट्राई ने अब इसके लिए भी शुल्क तय कर दिया है। उन्होंने कहा कि जिन घरों में एक से अधिक टीवी कनेक्शन हैं ऐसे घरों में दूसरे और अतिरिक्त टीवी कनेक्शन के लिए अधिकतम 40 प्रतिशत शुल्क ही लगेगा।