नई दिल्ली। वर्ष 2020 का आम बजट आने में केवल 1 दिन रह गया है। एक ओर जहां सरकार बजट की तैयारी में जुटी हुई है तो दूसरी ओर समूचा विपक्ष मोदी सरकार को गिरने की तैयारी में आक्रामक अंदाज से जुटा हुआ है। कुछ समय से कांग्रेस समेत विपक्ष को केंद्र सरकार पर हमले करने के लिए कई मुद्दे बैठे-बिठाए ही मिलते जा रहे हैं। चाहे देश की जीडीपी हो अर्थव्यवस्था, नागरिकता कानून या दिल्ली के (शाहीन बाग जामिया) में हुई गोलीबारी के बाद विपक्षी नेताओं को कई मुद्दे ऐसे मिल गए कि उसने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोपों की झड़ी लगा दी है।
देश में इस वक्त नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ माहौल बना हुआ है, गुरुवार को ही जामिया के बाहर एक नाबालिग ने गोली चला दी, दिल्ली के चुनाव भी हैं और ऐसे में बजट सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में विपक्ष मोदी सरकार को कोई मौका छोड़ना नहीं चाहता है।
कांग्रेस और आप के नेताओं ने गृहमंत्री अमित शाह पर खड़े किए सवाल
जामिया नगर में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोलीबारी के बाद अब राजनीति भी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर लोगों को भड़काने के आरोप लगाए हैं। दोनों ही पार्टियों ने गृहमंत्री अमित शाह पर सवाल खड़े किए हैं। दिल्ली की एक चुनावी सभा में देश के गद्दारों को, गोली मारो का नारा लगवाने वाले मंत्री अनुराग ठाकुर भी निशाने पर आ गए हैं। आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली का माहौल खराब करना चाहते हैं।
कांग्रेस ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर एक युवक द्वारा गोली चलाने की घटना पर नरेंद्र मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए दावा किया कि यह घटना इस बात का प्रमाण है कि देश की सत्ता पर घृणा काबिज है। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यह आरोप भी लगाया कि अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर विफल रहने के बाद अब यह सरकार देश को बांटने की राजनीति कर रही है।
पीएम मोदी ने भी कहा, विपक्ष से हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं
कांग्रेस समेत विरोधी दल के नेताओं के आक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कमर कस ली है। मोदी ने भी संयुक्त बैठक में विपक्ष विरोधी दल के नेताओं से कहा है कि वह हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। अर्थव्यवस्था के बिगड़ते हालात के बीच आज संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। शुक्रवार को बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से होगी, जिसके बाद सरकार की ओर से आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा।
गिरती अर्थव्यवस्था को उभारने की सरकार की चुनौती होगी
गिरती हुई जीडीपी, बेरोजगारी की समस्या के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने बजट पेश करने की चुनौती है. सरकार की ओर से पिछले कुछ महीनों में अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए कई फैसले लिए गए, लेकिन इनका कोई खास असर नहीं दिखा। बजट में कारोबार, टैक्सपेयर्स, किसान, महिला, युवा समेत हर तबके को खुश करना सरकार के लिए आसान नहीं होगा। बता दें कि पिछले एक साल से देश की अर्थव्यवस्था खराब दौर से गुजर रही है। देश की लगातार गिरती जीडीपी को लेकर केंद्र सरकार भी चिंतित है।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार