नई दिल्ली। आज के बजट भाषण को देखकर फिल्म ‘आनंद’ की याद आ गई। इस फिल्म में एक संवाद राजेश खन्ना बोलते हैं ‘जिंदगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए’। ऐसे ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का भाषण बहुत बड़ा और लंबा था। बजट देश की जनता वित्त मंत्री के बजट भाषण को सीधा देख रही थी। निर्मला सीतारमण ने पौने तीन घंटे बजट पर भाषण दिया।
बजट के पिटारे से क्या निकल रहा हैं आखरी समय तक उम्मीद और आशा देश को बंधी रही। वित्त मंत्री ने बजट में सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास जीतने की कोशिश की। सीतारमण ने जब अपना बजट का भाषण समाप्त किया तो स्वयं भी उनकी तबीयत कुछ खराब नजर आई। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट शनिवार को पेश हो गया।
बजट में मध्यम वर्ग को दी राहत
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह बजट कर दाताओं और मध्यम वर्ग के लोगों को तो राहत दे दी हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इनकम टैक्स में छूट की सीमा बढ़ा दी हैं। वित्त मंत्री ने एलान किया कि 2.5 लाख से 5 लाख तक की सालाना कमाई पर 5 फीसदी टैक्स देना पड़ेगा। साथ ही बैंकाें में एक लाख से बढ़ाकर पांच लाख तक गारंटी कर दी गई हैं। (अब बैंक के डूबने पर सरकार आपको देगी 5 लाख रुपये ) इससे मध्यम वर्ग के लोगों को फायदा होगा। शिक्षा क्षेत्र के लिए 99 हजार 300 करोड़ रुपये का प्रस्ताव हैं।
जल्द नई शिक्षा नीति लाई जाएगी
शिक्षा व्यवस्था में और फंड देने की जरूरत हैं। उच्च शिक्षा के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा दी जाएगी। जिला अस्पतालों से मेडिकल यूनिवर्सिटीज जोड़े जाएंगे। पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे। इसके अलावा स्टडी इन इंडिया को प्रमोट किया जाएगा। इसके अलावा वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान पोषण संबंधी कार्यक्रमों के लिए 35,600 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया।
उन्होंने महिला विशिष्ट कार्यक्रमों के लिए 28,600 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया। सबसे ज्यादा निराशा एलआईसी और आईडीबीआई की हिस्सेदारी बेचने पर लोगों में निराशा रही हैं। इस बजट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्तमंत्री को शुभकामनाएं दी हैं, वहीं विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत कई लोगों ने इस बजट को लंबा भाषण देने वाला बताया हैं।
वित्त मंत्री ने सबसे लंबा ऐतिहासिक बजट भाषण दिया
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को ऐतिहासिक बजट भाषण दिया । सीतारमण 2 घंटे 41 मिनट तक बोलीं। 73 साल में पेश 91 बजट भाषणों में यह सबसे लंबा बजट भाषण था। इनमें से कई ऐसे साल भी थे, जिनमें दो बार भी बजट पेश किया गया। ढाई घंटे से ज्यादा लंबा भाषण पढ़ने के बावजूद निर्मला सीतारमण आखिरी के दो पन्ने तबीयत खराब होने की वजह से नहीं पढ़ पाईं।
इंदिरा गांधी के बाद सीतारमण दूसरी महिला वित्त मंत्री हैं, जिन्होंने लगातार दूसरी बार बजट भाषण पेश किया हैं। निर्मला सीतारमण से पहले सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड जसवंत सिंह के नाम था। उन्होंने 2003 यानी 17 साल पहले 2 घंटे 13 मिनट तक बजट भाषण दिया था।
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शंभू नाथ गाैतम, वरिष्ठ पत्रकार