अजमेर। राजस्थान में अजमेर के वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश टंडन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा की एक महिला अधिकारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक एवं अशोभनीय ब्लॉग लिखने का मामला टंडन के लिए मुसीबत बन गया है।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव टंड़न के खिलाफ अजमेर में कार्यरत चार महिला आईएएस अधिकारियों द्वारा पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाया है। इस मामले में टंडन के समर्थन एवं विरोध में वकील समुदाय दो फाड़ हो गया है।
अजमेर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय त्रिपाटी की अघ्यक्षता में आज इस मामले में आयोजित बैठक में गहन मंथन किया गया तथा कल फिर बैठक बुलाई है जिसमें उन्हें प्राप्त वकील समुदाय के समर्थन एवं विरोध में प्राप्त पत्रों के आधार पर बार का आगे किस तरह का रुख रहेगा इस पर निर्णय किया जाएगा।
इस बीच अजमेर शहर कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ की ओरं से भी टंडन के किए को गलत करार देते हुए समर्थन नहीं देने का फैसला लिया गया है। जिलाध्यक्ष एडवोकेट वैभव जैन ने कहा कि यह मामला महिला आईएएस अधिकारी से जुड़ा है और यह महिलाओं की अस्मिता का सवाल लिए है, इसलिए इसका फैसला कानून के दायरे में ही रहना उचित रहेगा।
सेवानिवृत राज्य कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति ने भी महिला अधिकारी के समर्थन में टंडन के कृत्य पर कठोर कार्यवाही करने की मांग करते हुए उनके कृत्य को निंदनीय करार दिया है। इधर, टंडन के खिलाफ अजमेर में मौजूद राजस्थान प्रशासनिक सेवा वर्ग भी लामबंद हो गया है।
अपने वरिष्ठ महिला अधिकारियों के खिलाफ कथित ब्लॉग को गंभीरता से लेते हुए राज्य प्रशासनिक सेवा से जुड़े अधिकारियों ने एक बैठक आयोजित की। बैठक में प्रकरण में क्या कदम उठाया जाए इस पर विचार किया गया।
जानकर सूत्रों के अनुसार बैठक में मौजूद आरएसएस अधिकारियों ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग और आईएएस महिला अधिकारी को लेकर कांग्रेसी नेता राजेश टंडन की टिप्पणी पर रोष व्यक्त करते हुए निंदा की तथा कार्यवाही की मांग की।