अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद की एक स्थानीय अदालत ने विवादास्पद स्वयंभू धर्मगुरू स्वामी नित्यानंद के यहां हाथीजन इलाके में स्थित आश्रम में दो नाबालिग बच्चों को कथित तौर पर बंधक बना कर रखने और उनसे दुर्व्यवहार करने के मामले में ढाई माह से अधिक समय पहले पकड़ी गई आश्रम की स्थानीय संचालिका समेत दो युवतियों की नियमित जमानत अर्जी आज आखिरकार मंजूर कर ली।
इससे पहले अदालत ने उनकी जमानत अर्जी को 13 दिसंबर तथा अंतरिम जमानत अर्जी को 27 नवंबर को खारिज कर दिया था। तब अदालत ने इस अपराध को गंभीर बताते हुए उनकी जमानत अर्जी खारिज की थी।
अदालत ने दोनो की जमानत अर्जी मंजूर करते हुए उनसे पासपोर्ट पुलिस के समक्ष जमा कराने तथा जांच अधिकारी के समक्ष हर माह दो बार और जरूरत के हिसाब से कभी भी उपस्थित रहने की शर्त भी रखी।
स्थानीय संचालिका प्राणप्रिया तथा उनकी सहयोगी प्रियातत्वा को पुलिस ने गत 20 नवंबर को पकड़ा था। तमिलनाडु निवासी नित्यानंद के एक पूर्व अनुयायी जर्नादन शर्मा ने यहां विवेकानंदनगर थाने में यह शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी चार संतानों में से दो नाबालिगों 14 साल की बेटी और 12 साल के बेटे को जबरन आश्रम में बंधक बना कर रखा गया था और उनसे दुर्व्यवहार भी किया गया था।
इसी मामले में दोनों को पकड़ा गया था। शर्मा ने आश्रम से ही जुड़ी और फिलहाल में कथित तौर पर विदेश में रह रही अपनी दो बड़ी बेटियों को भी अदालत के समक्ष पेश करने की मांग करते हुए यहां हाई कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर रखी है।