Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
Bjp blames, rajasthan government didn't fulfill its commitment - Sabguru News
होम Rajasthan Jaipur बिजली के दाम बढ़ाकर सरकार फिर वादे से मुकरी: पुरोहित

बिजली के दाम बढ़ाकर सरकार फिर वादे से मुकरी: पुरोहित

0
बिजली के दाम बढ़ाकर सरकार फिर वादे से मुकरी: पुरोहित
भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित।
भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित।
भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित।

Sabguru news-सिरोही, 7 फरवरी। राजस्थान प्रदेश की कांग्रेसनीत गहलोत सरकार ने बिजली के दाम बढ़ाकर चुनाव घोषणा पत्र में किए वादों से मुकर कर प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है, जो कांग्रेस की कथनी और करनी में स्पष्ट अंतर उजागर करता है।

 

भाजपा सिरोही के जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित ने राज्य सरकार की ओर से बिजली के दाम बढ़ाए जाने की कड़ी भत्र्सना करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार अपने जन घोषणा पत्र के वायदे से एक बार फिर मुकर रही है, जिससे विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली की दरों में अनावश्यक बढ़ोतरी की है।

पुरोहित ने कहा कि हमेशा किसान हितैषी होने का दंभ भरने वाली और इसका खोखला ढिंढ़ोरा पीटने वाली कांग्रेस की गहलोत सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात किया है, जिसका खामियाजा भविष्य में सरकार को भुगतना पड़ेगा। सरकार का यह किसान व आमजन विरोधी निर्णय इस बात को साबित करता है कि कांग्रेस सरकार किसानों की हितैषी नहीं हैं। बिजली के दामों में बढ़ोतरी करने से उपभोक्ताओं पर इसकी मार पड़ेगी।

टैरिफ को बढ़ाकर लगभग 12 प्रतिशत की वृद्धि कर यह सरकार ने वादाखिलाफी की है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार ने वादा किया था कि पांच वर्षों में बिजली के दाम नहीं बढ़ाए जाएंगे और लोगों को  पूरी बिजली देंगे, मगर सरकार ने ऐसा नहीं किया। नतीजतन किसानों कतो रात के समय बिजली दी जा रही है, जिससे किसानों को कड़ाके की सर्दी में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में किसानों को जो सब्सिडी दी जाती थी,  उसे भी दाएं-बाएं किया जा रहा है। इस तरह बिजली के दाम बढ़ाकर प्रदेश की जनता के साथ किए जा रहे खिलवाड़ से निश्चित रूप से सरकार की नीति व नीयत पर सवाल खड़े करती है। पिछले दरवाजे से इस प्रकार का आदेश जारी करके सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है। सरकार निश्चित रूप से जनाक्रोश का सामना करना पड़ेगा, उसके लिए सरकार तैयार रहे।