नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किये जाने और वित्त वर्ष 2020-21 के केंद्रीय बजट पर चर्चा पूरी होने के साथ ही मंगलवार को संसद के बजट सत्र का पहला चरण संपन्न हो गया और दोनों सदनों की कार्यवाही दो मार्च तक स्थगित कर दी गयी।
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति रामनाथ काेविंद के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ था और कुल नौ बैठकें हुई। लोकसभा में केवल दो विधेयक पेश किये गये और पहले चरण के अंतिम दिन कुछ जातियों को अनुसूचित जातियों में शामिल करने वाला संविधान (अनुसूचित जनजाति सूची आदेश) संशोधन विधेयक 2019 पारित किया गया।
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद के दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 पेश किया गया और एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लाेकसभा में अगले वित्त वर्ष का आम बजट रखा।
तीन फरवरी को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई जबकि राज्यसभा में नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर पर हंगामे के कारण कार्यवाही नहीं चल पायी। चार फरवरी को राज्यसभा में अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई। दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पर करीब 12 घंटे तक बहस हुई जिसका जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छह फरवरी को दोनों सदनों में दिया।
इसके बाद दाेनों सदनाें में आम बजट पर चर्चा शुरू हुई जो 12- 12 घंटे तक चली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट सत्र के पहले चरण के अंतिम दिन आज इसका जवाब दिया। इस संक्षिप्त पहले चरण में राज्यसभा में कोई विधेयक पेश नहीं हुआ और सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चली।
बजट सत्र का दूसरा चरण दो मार्च से तीन अप्रैल तक चलेगा।