कोरोना वायरस से अकेले चीन ही संकट में नहीं है बल्कि दुनिया के तमाम देश इस समय व्यापार आयात और निर्यात को लेकर सहमे हुए है। इस महाबीमारी का रोकधाम जल्द नहीं किया गया तो इसका असर प्रभाव हमारे देश में भी पड़ेगा। चीन अपनी वस्तुओं का आयात भारत समेत दुनिया के कई देशों में कर रहा है। पिछले लगभग दो माह से चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने से व्यापार बुरी तरह प्रभावित है।
चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण और बढ़ा तो न सिर्फ चीन की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी, बल्कि भारत की इकोनॉमी और आम लोगों पर भी असर पड़ेगा। आयात बाधित होने से कार, स्मार्टफोन, इलेक्ट्रानिक्स और कुछ दवाओं की कीमतें बढ़ सकती हैं। यह आशंका भी है कि कोरोना वायरस की वजह से चीन के कुछ प्रांतों में छुटि्टयों लंबी खिंच सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो उपभोक्ताओं पर भी इसका सीधा असर पड़ने वाला है।
चीन से आयात होने वाले भारत में इन वस्तुओं पर पड़ेगा प्रभाव
चीन भारत के सबसे बड़े ऑटोमोटिव कंपोनेंट सप्लायर में से एक है। ऐसे में चीन में तैयार कल-पुर्जों की कमी होने से भारतीय ऑटो इंडस्ट्री को प्रोडक्शन घटाना पड़ेगा। भारत के ऑटो कंपोनेंट की जरूरत का 10 से 30 प्रतिशत आयात चीन से होता है। इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग की बात करें तो यह दो से तीन गुना अधिक हो जाता है। आयात के लिए दूसरे बाजारों में जाने से कार बनाने की लागत बढ़ सकती है।
इसका असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। वहीं भारत बल्क ड्रग और उनके इंग्रीडिएंट्स का 70% चीन से आयात करता है। दवाओं का बनाने के लिए एक्टिव फार्मास्यूटिकल्स इंग्रीडिएंट्स और कुछ जरूरी दवाओं के लिए भारत चीनी बाजार पर काफी हद तक निर्भर है। कोरोना का संकट और बढ़ा तो हेल्थकेयर सेक्टर भी प्रभावित हो सकता है।
स्मार्ट मोबाइल फोन भी हो सकते हैं महंगे
भारत अपने इलेक्ट्रॉनिक गुड्स का 6-8% चीन को निर्यात करता है जबकि अपनी जरूरतों का 50-60% चीन से आयात करता है। चीन में कंपोनेंट फैक्ट्रियों के बंद होने का असर भारत में प्रमुख स्मार्टफोन कंपनियों पर दिखने लगा है। आपूर्ति बाधित होने से श्याओमी ने स्मार्टफोन कंपोनेंट की कीमतें बढ़ने की आशंका जताई है। इससे फोन महंगे होंगे। चीन से आयात होने वाले आईफोन11 और 11प्रो मॉडल का स्टॉक खत्म होने वाला है। चीन से आपूर्ति नहीं होने की वजह से अगले सप्ताह से घरेलू बाजार में हैंडसेट का उत्पादन रुक सकता है। जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान स्मार्टफोन की बिक्री में 10-15% की गिरावट आ सकती है।
ट्रैवल और टूरिज्म क्षेत्र में भी असर पड़ना शुरू हो गया है
पिछले एक माह से चीन से भारत आने वाले पर्यटक को में बेहद कमी आई है। चीन से भारत आने वाली फ्लाइट्स चल रही हैं। कुछ समय से चीन से भारत आने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी है, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद अचानक चीनी यात्रियों की संख्या कमी देखी जा रही है। इधर भारत का एविएशन सेक्टर भी प्रभावित होगा। कुछ एयरलाइंस ने चीन की फ्लाइट्स अस्थाई तौर पर बंद कर दी हैं। चीन और हांगकांग की फ्लाइट्स बंद कर देने से भारतीय क्षेत्र में प्रदान लाखों रुपये का घाटा हो रहा है। ऐसे ही भारत का होटल उद्योग भी कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद से प्रभावित है।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार