पटना। दिल्ली के बाद अब बिहार के चुनाव हैं। ऐसे में वहां पर चुनावी मौसम परवान चढऩे लगा है। प्रशांत किशोर के ‘बिहार की बात’ अभियान के बाद एलजेपी के नेता चिराग पासवान ने ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ कैम्पेन की शुरुआत की. चिराग पासवान इस यात्रा के माध्यम से पार्टी का मेनिफेस्टो तैयार करेंगे।
यात्रा के दौरान चिराग ने माना कि बिहार में विकास हुआ है, पर अभी और विकास की जरूरत है। अपने विजन डॉक्यूमेंट को तैयार करने के लिए वे पटना से शिवहर और सीतामढ़ी पहुंचे। उन्होंने नियोजित शिक्षकों की समस्या को अपने डॉक्यूमेंट में रखने की बात कही।
शिवहर में उन्होंने नियोजित शिक्षकों से अपनी समस्याओं को विजन डॉक्यूमेंट में शामिल करवाने के लिए आवेदन मांगे। चिराग का दावा है कि एक तरह के काम के लिए एक तरह का वेतन के मुद्दे को उनकी पार्टी बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट कैम्पेन के दौरान विजऩ डॉक्युमेंट में शामिल करेगी. अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को 100 नम्बर को दुरुस्त करना होगा. उन्होने बिहार की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने अपराध नियंत्रण के लिए राज्य सरकार को कठोर कदम उठाने का सुझाव दिया.
चिराग ने सरकार द्वारा फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर महिलाओं को इंसाफ दिलाने की बात कही। 21 फरवरी को शुरू हुई यह यात्रा पूरे बिहार से होकर 14 अप्रैल को पटना में रैली के रूप में सम्पन्न होगी।