आगरा. अमेरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत में 24 फरवरी से प्रस्तावित अपनी यात्रा के दौरान आगरा भी पहुंचेंगे। यहां पर बंदरों के आतंक को देखते हुए उन्हें भगाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। बंदरों को भगाने के लिए यहां पर लंगूरों का इस्तेमाल किया जाएगा। वहां उनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए अर्धसैनिक बल, पीएसी, एटीएस और एनएसजी की तैनाती भी होगी।
उल्लेखनीय है कि ताजमहल में बंदरों को आतंक काफी है। यहां पर बंदर कई बार पर्यटकों पर हमला कर चुके हैं।
आगरा के एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद के अनुसार ताजमहल से एयरपोर्ट के बीच सुरक्षा व्यवस्था के लिए कई जिलों की पुलिस को लगाया गया है। पैरा मिलिट्री फोर्स, पीएसी, एनएसजी कमांडो, एटीएस सडक़ और छतों पर तैनात रहेंगे।
अमेरिकी टीम सैटेलाइट से भी निगरानी करेगी, इस वजह से ट्रम्प जहां से भी गुजरेंगे वहां के मोबाइल ऑटोमेटिक बन्द हो जाएंगे। पुलिस के वायरलेस और सीयूजी फोन्स की फ्रीक्वेंसी पहले से दे दिए जाने के कारण उनके संचार के साधन चलते रहेंगे। ट्रम्प के करीब रहकर सुरक्षा व्यवस्था संभालने का काम अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां ही करेंगी।
एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद के अनुसार वीआईपी विजिट के दौरान हर मूवमेंट की सुरक्षा और स्वागत संबंधी तैयारियां पूरी हो गई हैं। हम फुलप्रुफ काम कर रहे हैं। विजिट के दौरान ट्रंप की दो कारें काफिले में होंगी और वो किस कार में होंगे यह केवल कुछ ही लोगों को जानकारी होगी। यह कार सिर्फ अमर विलास होटल तक ही जा सकती है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट की गाइडेंस के चलते इसके आगे 50 मीटर तक एक रास्ता उन्हें बैटरी वाहन या गोल्फ कार से ही तय किया जाएगा।
दरअसल, ट्रंप का दौरा 24 फरवरी को प्रस्तावित तो है, लेकिन मुख्य अड़चन यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में ईंधन से चलने वाली गाडय़िों पर रोक लगाई है। ऐसे में यह देखना होगा कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले को ताजमहल के पास तक जाने की इजाजत मिलती है या वह ताजमहल के पूर्वी गेट से बैटरी चालित गोल्फ-कार्ट से ताजमहल तक जाने के लिए सहमति देते हैं।