रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से चादर पेश की
अजमेर। अजमेर में चल रहे महान सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 808वें उर्स में हजारों जायरीन शिरकत करने आएं हैं। इस बीच विशिष्ठ व्यक्तियों की ओर से चादर चढाए जाने का सिलसिला बरकरार है।
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अजमेर स्थित ख्वाजा साहब के 808वें सालाना उर्स के मौके पर अकीदत के फूल एवं चादर पेश करते हुए देशवासियों को शुभकामनाएं है।
अजमेर दरगाह कमेटी के सदस्य मुन्नवर खान सिंह की ओर से प्रस्तुत चादर लेकर गुरूवार को अजमेर पहुंचे और उसे आस्ताना शरीफ में पेश की। सिंह ने अपने संदेश में महान सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 808वें उर्स के भव्य आयोजन पर देश विदेश के लाखों श्रद्धालु जायरीनों को बहुत शुभकामनाएं।
उन्होंने अपने संदेश में कहा कि ख्वाजा साहब ने दुनिया को आपसी भेदभाव भुलाकर सौहार्दपूर्ण जीवन जीने का संदेश दिया। उर्स में सभी धर्म एवं संप्रदाय कै लोग श्रद्धा भाव से शामिल होते है। मैं उर्स के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं।
राकांपा प्रमुख पवार की ओर से चादर पेश
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार तथा उनकी बेटी सांसद सुप्रिया सुले की ओर से आज अजमेर दरगाह शरीफ में ख्वाजा साहब के 808वें सालाना उर्स के मौके पर चादर पेश कर अमनोअमान की दुआ की गई।
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल मुंबई से चादर लेकर अजमेर पहुंचे और आस्ताना शरीफ पहुंचकर मखमली चादर एवं अकीदत के फूल पेश किए।
इस मौके पर पाटिल ने बताया कि पवार ने देश में समृद्धि, खुशहाली, भाईचारा व कौमी एकता की कामना करते हुए सभी को उर्स की बधाई दी है। चादर चढ़ाए जाने के मौके पर पार्टी के मुंबई अध्यक्ष नवाब मलिक भी मौजूद रहे।
ख्वाजा की दरगाह पर मिश्र की ओर से चादर पेश
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र की ओर से गुरूवार को अजमेर के प्रसिद्ध सूफी सन्त ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर पेश की गई। मिश्र ने ख्वाजा साहब के 808वें सालाना उर्स के मौके पर राज्य में खुशहाली और समृद्धि की कामना के साथ सभी जायरीनों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
मिश्र के विशेषाधिकारी गोविन्द राम जायसवाल और सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) डाॅ. लोकेश चन्द्र शर्मा ने मज़ार शरीफ पर चादर पेश की। खादिम मुकद्दस मोईनी ने उन्हें जियारत कराई।
इस अवसर पर मिश्र ने अपने संदेश में कहा है कि ख्वाजा साहब ने इन्सानी मोहब्बत का पैगाम दिया। गरीब और यतीमों की मदद करने के कारण ही उन्हें गरीब नवाज के रूप में जाना जाता है। सालाना उर्स के मुबारक मौके पर मैं, प्रदेशवासियों को बधाई देता हूं। मैं प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि के लिए दुआ करता हूं।