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भव्य स्वागत से अभिभूत ट्रंप बोले, आज से भारत का हमारे दिलों में विशेष स्थान - Sabguru News
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भव्य स्वागत से अभिभूत ट्रंप बोले, आज से भारत का हमारे दिलों में विशेष स्थान

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भव्य स्वागत से अभिभूत ट्रंप बोले, आज से भारत का हमारे दिलों में विशेष स्थान

अहमदाबाद। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज भारत और अमरीका को एक स्वाभाविक मित्र बताया और भारत की अभूतपूर्व प्रगति और इसके मूल्यों की भरपूर सराहना की।

भारत के दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे ट्रंप ने दुनिया के सबसे बड़े किकेट स्टेडियम सरदार पटेल स्टेडियम में एक लाख से अधिक लोगों की मौजूदगी में उनके स्वागत में आयोजित ‘नमस्ते ट्रंप’ में मोदी और भारत की खूब तारीफ भी की और दोनों देशों के रिश्तों तथा भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की।

उन्होंने आतंकवाद, रक्षा सहयोग, अंतरिक्ष कार्यक्रमों समेत कई विषयों का जिक्र किया और कल नई दिल्ली में दोनो देशों के बीच होने वाले अत्याधुनिक अमेरिकी हेलीकॉप्टर और अन्य रक्षा उपकरणों के तीन रिपीट तीन अरब डॉलर से अधिक के सौदे की भी चर्चा की। उन्होंने अपने संबोधन में बॉलीवुड तथा क्रिकेट का भी जिक्र किया तथा शोले ओर डीडीएलजे जैसी फिल्मों और सचिन तेंदुलकर तथा विराट कोहली जैसे महान क्रिकेटरों का भी नाम लिया।

अपने भव्य स्वागत से अभिभूत दिख रहे अमरीकी राष्ट्रपति ने मंच पर मोदी की मौजूदगी में लगभग 26 मिनट लंबे अपने संबोधन की शुरूआत में कहा कि वह और उनकी पत्नी मेलेनिया 8000 मील की दूरी तय करते हुए हरेक भारतवासी को यह संदेश देने के लिए आए हैं कि अमरीका भारत का सम्मान करता है और इसे प्यार करता है तथा यह हमेशा एक विश्वासी मित्र बना रहेगा।

मोदी की पांच माह पूर्व हुई अमरीकी यात्रा के दौरान ह्यूस्टन में आयोजित हाउडी मोदी कार्यक्रम की याद करते हुए ट्रंप ने कहा कि पांच माह पहले हमने मोदी का विशालकाय फुटबॉल स्टेडियम में स्वागत किया था और आज भारत ने हमारा स्वागत दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में किया है जो बहुत ही शानदार है। उन्होंने कहा कि इस स्वागत और सम्मान को उनका देश और उनका परिवार हमेशा याद रखेगा।

उन्होंने अपने विशेष लहजे में कहा कि आज से भारत हमेशा हमारे दिलों में एक विशेष स्थान रखेगा। ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी की भी खूब तारीफ की और उनके चाय बेचने वाले से लेकर प्रधानमंत्री बनने तक का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके जीवन की कहानी भारतीयों की सीमारहित क्षमताओं को रेखांकित करती है।

उन्होंने कहा कि मोदी ने अपने जीवन की शुरूआत अपने पिता के बगल में खड़े होकर चाय बेचने वाले के तौर पर की। मोदी को हर कोई प्यार करता है और उन्होंने 60 करोड़ से अधिक लोगों की भागीदारी वाले दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रित चुनाव में पिछले साल शानदार जीत हासिल की थी। वह बहुत ही मजबूत हैं।

ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आप केवल गुजरात के गौरव ही नहीं हैं बल्कि आप इस बात के जीवंत प्रमाण हैं कि मेहनती भारतीय जो भी चाहे उसे हासिल कर सकते हैं। उनकी मार्मिक कहानी अविश्वसनीय है और ऐसी ही कहानी भारत की भी है जो बहुत ही अच्छा कर रहा है। हम सभी को भारत पर बहुत ही गर्व है। पिछले 70 साल में लोकतांत्रिक भारत ने शानदार प्रगति की है। भारत पूरी मानवता के लिए उम्मीद देता है।

अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि इस सदी की शुरूआत से अब तक भारत की अर्थव्यवस्था छह गुनी हो गई है। यहां 27 करोड़ लोग एक दशक में ही गरीबी से बाहर निकाले गए हैं। प्रधानमंत्री माेदी के शासन में इतिहास में पहली बार भारत के सारे गांव बिजली से जुड़ गए हैं। 32 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करने लगे हैं। देश में हाई वे निर्माण की गति दो गुने से भी ज्यादा तेज हो गई है। 7 करोड परिवारों को रसोई ईंधन मिला है।

60 करोड़ लोगों की पहुंच स्वच्छता तक हो पाई है। हर 12वें मिनट एक व्यक्ति आत्यंतिक गरीबी से बाहर निकल रहा है। भारत जल्द ही मध्यम वर्ग की सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन जाएगा और ऐसी संभावना जताई गई है कि अगले 10 साल से भी कम समय में यहां से आत्यंतिक गरीबी पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। भारत के विकास की यह अविश्वसनीय गाथा दुनिया के हर देश के लिए एक उदाहरण जैसी है। यह और भी ज्यादा प्रेरक इसलिए है क्योंकि भारत ने ऐसा एक लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण देश रहते हुए हासिल किया है।

उन्होंने कहा कि ऐसे देश जो दबाव, धाक-धमकी और आक्रामक तौर तरीके से ताकत हासिल करना चाहते हैं और भारत जैसे देश जो अपनी जनता को स्वतंत्रता देकर और उन्हें उनके सपनों का पीछा करने की छूट देकर उंचाई पर पहुंचते हैं, में बहुत अंतर होता है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र समाज, अपनी जनता में विश्वास तथा हर व्यक्ति के सम्मान में भरोसा जैसे भारत के मूल्य ही इसे अमरीका का ऐसा स्वभाविक और टिकाऊ मित्र बनाते हैं।

दोनों देशों में कई मतांतर भी है पर दोनों आत्मा और दैवीय चीजों, ऊंचे लक्ष्य के लिए जन्म लेने जैसे मौलिक सत्य में विश्वास करते हैं। अमरीकी राष्ट्रपति ने इस संदर्भ में स्वामी विवेकानंद की भी चर्चा की।

ट्रंप ने भारत के फिल्म उद्योग की भी सराहना करते हुए कहा कि इस देश में बॉलीवुड जैसा सृजनात्मकता का केंद्र है जहां हर साल 200 फिल्मे बनती है जिन्हें दुनिया भर में बहुत आनंद के साथ देखा जाता है। उन्होंने ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ यानी डीडीएलजे तथा शोले जैसी सुपरहिट फिल्मों का भी नाम लिया।

उन्होंने क्रिकेट की चर्चा करते हुए महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली का भी जिक्र किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सरदार पटेल और उनकी सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी तथा दीवाली और होली जैसे भारतीय त्यौहारों की भी चर्चा की।

उन्होंने कहा कि भारत जहां लाखों हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और यहूदी आदि सब साथ रहते और उपसना करते हैं तथा जहां एक सौ से अधिक भाषाएं बोली जाती हैं और जहां स्वतंत्रता, कानून का शासन और हर मानव का सम्मान किया जाता है उसकी दुनिया भर में सराहना होती है और सह सबके लिए एक प्रेरणा है।

ट्रंप ने कहा कि उन्हें भारत के बारे में यह सब जानकारी वहां रहने वाले 40 लाख अमरीकी भारतीयों से मिलती है जो तकनीक विज्ञान समेत हर क्षेत्र में काफी योगदान भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से हर चार में से एक गुजरात का है और इसलिए हमारे लिए गुजरात का भी एक विशेष स्थान है।

ट्रंप ने कहा कि अमरीकी लोग भारत के साथ अपने सुंदर संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहा कि यह सचमुच एक बहुत ही उत्साहित करने वाला समय है जब अमरीकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। वहां बेरोजगारी की दर अब तक के सबसे कम स्तर पर है। ढाई खरब डॉलर खर्च कर अमरीकी सेना को पूरी तरह नए ढंग से तैयार किया गया है और अब यह जैसी मजबूत है वैसी पहले कभी नहीं थी।

यहां आज ही अपने रोड शो के दौरान साबरमती आश्रम के दौरे का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि आज उन्होंने वहां का दौरा किया जहां से दुनिया भर के सम्मानित नेता महात्मा गांधी ने दांडी नमक यात्रा शुरू की थी। कल नई दिल्ली में वह उनके समाधिस्थल राजघाट में वृक्षारोपण भी करेंगे।

ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और वह दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए आगे भी चर्चा जारी रखेंगे। कुछ माह पहले भारत और अमरीका ने अब तक का सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास किया था। दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग के बीच अमरीका भारत को दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ सैन्य उपकरण भी मुहैया कराने जा रहा है।

उन्हें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि अमरीका जो दुनिया के बेहतरीनतम सैन्य उपकरण जैसे विमान, समुद्री जहाज, रॉकेट, मिसाइल आदि बनाता है, कल नई दिल्ली में भारत के साथ 3 अरब डॉलर का एक सैन्य समझौता करेगा जिसके तहत अत्याधुनिक सैन्य हेलीकॉप्टर और अन्य उपकरण दिए जाएंगे।

भारत को अमरीका विकसित वायु रक्षा प्रणाली और शस्त्रयुक्त और शस्त्रमुक्त एरियल व्हीकल उपलब्ध कराने के बारे में भी चर्चा कर रहा है। भारत और अमरीका को एक महत्वपूर्ण रक्षा सहयोगी रहना चाहिए और एशिया प्रशांत क्षेत्र में आने वाली कई पीढ़ियों तक के लिए सुरक्षा सहयोग करना चाहिए।

इस्लामिक आतंकवाद की चर्चा करते हुए अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और अमरीका दोनों ने इसका दंश और नुकसान झेला है तथा इससे बचाव के लिए काम कर रहे हैं। उनकी सरकार ने ही इस्लामिक स्टेट यानी आईएसआईएस के रक्तपिपासु हत्यारों के खिलाफ इराक और सीरिया में अभियान चलाया और इसके कैलिफेट यानी खिलाफत का शत प्रतिशत खात्मा कर दिया और इसके संस्थापक अल बगदादी को मार गिराया।

अमरीका की सीमाएं हमेशा ऐसे नवागंतुकों के लिए खुली रहेंगी जो उसकी मूल्य व्यवस्था में भरोसा रखते हैं पर यह आतंकवाद और अतिवाद के किसी भी स्वरूप का समर्थन करने वालों के लिए बंद है। संबंधित आव्रजन नियमों में बदलाव किया गया है ताकि अमरीका के हितों को नुकसान पहुंचाने वाले ऐसे तत्वों को कड़ा सबक सिखाया जा सके।

उन्होंने कहा कि हर देश को अपनी सीमा की सुरक्षा और नियंत्रण का अधिकार है। भारत और अमरीका भी एक साथ मिल कर आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए संकल्पबद्ध हैं। पाकिस्तान की चर्चा करते हुए ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय आतंकी संगठनों से निपटने के लिए उसके साथ बहुत ही सकारात्मक ढंग से काम कर रहा है। अमरीका के पाकिस्तान के साथ भी बहुत ही अच्छे संबंध हैं और इन कदमों के अच्छे परिणाम के संकेत भी देखे जा रहे हैं। भारत की इस क्षेत्र में नेतृत्व संबंधी एक बड़ी भूमिका है।

ट्रंप ने कहा कि भारत और अमरीका व्यापार समझौते के लिए भी कई बड़े कदम उठा रहे हैं और दोनों के बीच निवेश संबंधी बाधाओं को दूर करने संबंधी एक व्यापार समझौते पर शुरूआती चर्चा भी हुई है और आशा है कि यह पूरा होगा। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि श्री मोदी सौदों के समझौतों के मामले में एक कठिन व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार में 40 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

भारत अमरीका के लिए एक बड़ा बाजार है जबकि भारत का सर्वाधिक निर्यात अमरीका में होता है। ऐसे में अमरीका की मजबूत हो रही अर्थव्यवस्था भारत तथा पूरी दुनिया के लिए एक अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कर और लालफीताशाही काे कम करना जरूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और दुनिया और अधिक कदमों की अपेक्षा कर रही है।

उन्होंने भारत के चंद्रयान मिशन की चर्चा करते हुए कहा कि उनका देश भारत के साथ भविष्य के अंतरिक्ष अन्वेषण अभियानों में करीबी ढंग से काम कर रहा है और इसे और विस्तारित करना चाहता है। यह अंतरिक्ष और सितारों तक की यात्राओं में भारत के साथ भागीदारी का इच्छुक है। मोदी के नेतृत्व में भारत ने अविश्वसनीय प्रगति की है पर अब भी बहुत कुछ किए जाने की संभावनाएं हैं। मोदी ने इसके लिए नींव तैयार कर दी है।

ट्रंप ने अपने संबोधन के अंतिम क्षणों में गंगा के पवित्र तटों, स्वर्ण मंदिर, जामा मस्जिद, हिमालय के शिखर तथा गोवा के शानदार समुद्र तटोंं की चर्चा कर भारत की विविधता की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि भारत की असली ताकत न तो किताबों, न ही मनोरम स्थलों आदि में है बल्कि यह लाखों भारतीयों के दिलों में है। उन्होंने भारतीयों से उनके गौरवशाली अतीत को याद करने तथा शांति और स्वतंत्रता के मजबूत रक्षक के तौर पर एकजुट होने का आह्वान भी किया। उन्होंने भव्य स्वागत के लिए भारत वासियों का धन्यवाद भी ज्ञापित किया।

इस मौेके पर मंच पर उनकी पत्नी तथा अमरीका की प्रथम महिला मेलेनिया ट्रंप और मोदी भी उपस्थित थे। दर्शक दीर्घा की अग्रिम पंक्ति में उनकी पुत्री इवांका और दामाद जेर्ड कुशनर तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जो इस स्टेडयिम का स्वामित्व रखने वाले गुजरात क्रिकेट संघ के अध्यक्ष भी हैं, मौजूद थे। राज्यपाल आचार्य देवव्रत तथा मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी उपस्थित थे।