अजमेर। राजस्थान के अजमेर में ख्वाजा साहब के 808वें सालाना उर्स शुरू होने का संदेश लेकर महरौली दिल्ली से कलंदरों एवं मलंगों के जत्थे सोमवार को अजमेर पहुंचे।
जत्त्थे ने शाम को अस्र की नमाज के बाद जुलूस के रूप में दरगाह शरीफ पहुंचकर छड़ी एवं झंडे के निशान पेश किए। छड़ी एवं झंडे का जुलूस ऋषि घाटी स्थित चिल्ले से प्रारंभ हुआ जो गंज गुरुद्वारा, दिल्ली गेट, धानमंडी, दरगाह बाजार होते हुए दरगाह के निजामगेट पहुंचा।
ढोल धमाकों के साथ शुरू हुए इस जुलूस में कलंदर रास्ते भर हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए चल रहे थे जिन्हें देखने के लिए जायरीनों के अलावा तमाशबीनों का भी हुजूम उमड़ पड़ा।
दरगाह शरीफ पहुंचने पर उनकी अगवानी की एवं जियारत कराई। छड़ियाँ पेश करने के बाद कलन्दर अलग अलग ठिकानों पर चले गए। ये सभी एकबार फिर छठी वाले दिन कुल के समय दागोल की रस्म अदा करने के लिए एकबार फिर दरगाह में एकत्रित होंगे।