अजमेर। राजस्थान में ख्वाजा की नगरी अजमेर में दो वर्ष बाद पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था आएगा। अजमेर के कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने आज पत्रकारों को बताया कि पाकिस्तानी दल के आने की सूचना मिली है, जिसमें बताया गया है कि दल को वीजा प्रदान किया जा रहा है, जिसके मद्देनजर दल का 28 या 29 फरवरी को अजमेर आना तय है।
हालांकि प्रशासन के पास दल में कितने लोग आएंगे इसकी सही सही जानकारी नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि करीब 260 पाकिस्तानियों ने वीजा के लिए आवेदन किया जिनमें से करीब 200 लोगों को वीजा जारी किया जा रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन अनुमान के आधार पर ही स्कूल में उनके ठहराने की पूर्ववत व्यवस्थाएं कर रहा है।
पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रद्रीप ने बताया कि पाकिस्तानी दल के अजमेर आने पर उन्हें सुरक्षित ठहराव स्थल पर पहुंचाना और उनकी सुरक्षा का पूरा इंतजाम किए जाने पर तैयारी की जा रही है। पूरा पाकिस्तानी दल पुलिस की निगरानी में रहेगा और गुप्तचर पुलिस के जवान उनकी पल पल की गतिविधि पर नजर बनाए रखेंगे।
माना जा रहा है कि पाकिस्तानी दल जो कि पिछले वर्षों की तुलना में आधे से भी कम संख्या का होगा उर्स की छठी के बाद वतन लौट जाएगा। जायरीनों द्वारा पाकिस्तानी हुकूमत की ओर से गरीब नवाज की बारगाह में चादर पेश की जाएगी।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान में तनाव के चलते दो वर्ष से उर्स में पाकिस्तानी दल को आने की अनुमति नहीं दी जा रही थी, लेकिन इस बार पाकिस्तान में ननकाना साहब के रास्ते खोल दिए जाने के बाद भारत सरकार अजमेर के लिए भी रास्ते खोलने जा रही है।