नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ फैली हिंसा में अब तक मृतकों की संख्या 20 हो गई है। इलाके में धारा 144 लगे होने के बावजूद भी गोकुलपुरी में आज सुबह कुछ उपद्रवियों ने एक दुकान में आग लगा दी।
पूरे जिले में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है और पुलिस के आला अफसर लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं लेकिन हालात अब भी तनावपूर्ण बना हुआ है। गुरू तेग बहादुर अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सुनील कुमार गौतम के अनुसार 189 घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसमें से 20 लोगों की मौत हो चुकी है।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि दस से अधिक लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। इससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के कुछ इलाकों की स्थिति को गंभीर बताते हुए लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए सेना तैनात करने की मांग की है। केजरीवाल ने आज ट्वीट कर कहा कि हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत कर्फ्यू लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि वह रात भर बड़ी संख्या में लोगों के सम्पर्क में थे। स्थिति बेहद गंभीर है। पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद स्थिति नियंत्रित नहीं हो रही है।
गौरतलब है कि रविवार को भाजपा के नेता कपिल मिश्रा के भड़काऊ भाषण और मामूली पथराव के बाद सोमवार को दिन भर पूरे जिले में हिंसक घटनाएं होती रही। शोरूम से बड़ी छोटी दुकानों में आग लगा दी गई। एक पेट्रोल पंप को भी आग के हवाले कर दिया गया। गोकुलपुरी में टायर मार्केट में आग लगा दी गई जिसे बुझाने में दमकलकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस मार्किट की करीब सभी दुकानें जलकर खाक हो गई।
पिछले तीन दिनों से उत्तर पूर्वी दिल्ली में जारी हिंसा में अब तक पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल समेत 20 लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा में कई वाहनों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया और इन घटनाओं में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर केन्द्र सरकार ने मंगलवार को उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलायी थी और स्थिति की गहन समीक्षा की तथा शांति बहाल करने के लिए कड़े कदम उठाने का फैसला किया था। गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक बुलायी थी जिसमें दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हुए।
केजरीवाल ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में इस बैठक को अच्छा कदम बताते हुए कहा कि हर कोई चाहता है कि राजधानी में हिंसा रूके। बैठक में यह फैसला किया गया कि सभी राजनीतिक दल दिल्ली में शांति व्यवस्था बहाल करने में सहयोग करें।
हिंसा के कारण केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दिल्ली के उत्तर पूर्वी ईलाकों के कुल 86 केंद्रों पर 26 फरवरी को होने वाली 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं स्थगति कर दी है। इससे पहले दिल्ली सरकार ने पहले उत्तर पूर्वी इलाके के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों को बंद करने की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के विरोध एवं समर्थन को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई हिस्सों में रविवार शुरू हुयी थी जिसमें अब तक एक पुलिसकर्मी समेत 17 लोगों की मौत हो गयी है।