नई दिल्ली। जापान के योकोहामा में डायमंड प्रिंसेस जहाज पर फंसे 119 भारतीयों और पांच विदेशी नागरिकों को एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान से गुरुवार सुबह यहां इंदिरा गांधी हवाई अड्डे लाया गया।
विदेश मंत्रालय के अनुसार वापस लाए गए भारतियों में 113 चालक दल के सदस्य है जबकि अन्य छह यात्री है। विशेष उड़ान में भारतीयों के अलावा पड़ोसी देशों को महत्व देने वाली विदेश निति के तहत पांच विदेशियों को भी लाया गया है जिनमें श्रीलंका के दो, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पेरू का एक-एक नागरिक शामिल है।
जापान से लौटें इन सभी लोगों को 14 दिन तक आम लोगों से दूर हरियाणा के मानेसर में सेना द्वारा स्थापित कैंप शिविरों में रखा जाएगा ताकि दूसरे लोगों तक संक्रमण न फैल सके।
उधर, जहाज पर मौजूद तीन अन्य भारतीयों ने वापस आने से इंकार दिया। उन्होंने जापान की सरकारी द्वारा जहाज पर ही किए जा रहे उपचार की अवधि पूरी होने तक वही रुकने की इच्छा जताई।
जहाज पर सवार 138 भारतीयों में से 16 लोगों में इस खतरनाक विषाणु के पाए जाने की पुष्टि हुई है और उन्हें जापान में ही आवश्यक चिकित्सक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। टोक्यो में स्थित भारतीय दूतावास लगातार संक्रमित भारतीयों के संपर्क में है और पल-पल उनके स्वास्थ्य की जानकारी ले रहा है।
गौरतलब है कि जापान सरकार ने जहाज से उतरने वाले यात्रियों में से एक व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के पुष्टि के बाद पांच फरवरी को जहाज को 14 दिनों के लिए संगरोध में रखने का निर्णय लिया था, लेकिन इस इस अवधि को 14 दिनों के लिए और बढ़ा दिया है।