उत्तर प्रदेश। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के लिए उत्तर प्रदेश का अयोध्या हर बार भाग्यशाली होता गया है। भले ही उनकी पार्टी शिवसेना का दायरा महाराष्ट्र तक ही क्यों न सीमित हो लेकिन पार्टी के संस्थापक सदस्य बाला साहेब ठाकरे के बाद उद्धव ठाकरे की अयोध्या में गहरी आस्था किसी से छिपी नहीं है। 90 के दशक में जब राम जन्मभूमि आंदोलन अपने चरम पर था उस समय भी शिव सैनिकों ने अयोध्या में आकर कारसेवकों की भूमिका निभाई थी।
आज (शनिवार) को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एक बार फिर अयोध्या पहुंचे और भगवान श्रीराम का आशीर्वाद लिया। अयोध्या में उद्धव ने भाजपा को ललकार लगाई है। यहां हम आपको बता दें कि आज ठाकरे की सरकार को पूरे 100 दिन हो चुके हैं, इस मौके पर पूरे आत्मविश्वास के साथ नजर आए मुख्यमंत्री ठाकरे। उद्धव ठाकरे ने आज राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये दान देने का एलान भी किया है। उनके साथ उनके बेटे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे।
मैं बार-बार अयोध्या आना चाहूंगा : उद्धव ठाकरे
अयोध्या में आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह आना मेरे लिए हर बार भाग्यशाली रहा है, इसलिए मैं यहां हर बार आना चाहूंगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं पहली बार नवंबर 2018 में अयोध्या आया था और अगली बार नवंबर में ही मुख्यमंत्री बन गया, तीसरी बार मैं यहां आया हूं उद्धव ने कहा कि ट्रस्ट का निर्माण हो गया है बैंक खाता भी खुल चुका है।
मुझे याद है कि बालासाहेब के समय महाराष्ट्र से शिलाएं भेजी गई हैं। मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह करता हूं कि महाराष्ट्र से जो राम भक्त आएंगे उनके रहने के लिए जमीन दें, हम महाराष्ट्र भवन बनाएंगे। हालांकि अभी सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से ठाकरे के बयान की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
भाजपा से भले ही अलग हो गया हूं लेकिन हिंदू का एजेंडा नहीं छोड़ा है : उद्धव
अयोध्या में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि भले ही आज हम भारतीय जनता पार्टी से अलग हो गए हैं लेकिन आपने हिंदूवादी विचारधारा पर कायम है। शिवसेना के शुरू से ही हिंदूवादी विचारधारा एजेंडे में रही है। रामलला के दर्शन के बाद उनका सरयू नदी के किनारे होने वाली आरती में शामिल होने का कार्यक्रम था, लेकिन कोरोना वायरस के खतरे को लेकर दोनों कार्यक्रम रद कर दिए गए। इससे पहले जून 2019 में उद्धव ठाकरे अयोध्या गए थे और भगवान राम की पूजा की थी। उनके साथ शिवसेना के 18 सांसद भी अयोध्या गए थे।
उद्धव ठाकरे के अयोध्या आने पर उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले से भारी संख्या में शिवसैनिक भी पहुंच गए थे। उद्धव ठाकरे का अयोध्या आना प्रभु श्रीराम के लिए एक करोड़ रुपये दान देना यह संदेश देता है कि भले ही आज महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी साथ उनकी सरकार हो लेकिन उन्होंने हिंदू का एजेंडा छोड़ा नहीं है। उद्धव ठाकरे ने आज उत्तर प्रदेश की धरती से भारतीय जनता पार्टी को कड़ा संदेश भी दे दिया कि हम भी हिंदूवादी विचारधारा से समझौता नहीं करेंगे।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार