अजमेर। कोरोना महामारी से सतर्कता के बीच राजस्थान में अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में जुम्मे के बावजूद शुक्रवार को सार्वजनिक नमाज अदा नहीं की गई।
दरगाह कमेटी की ओर से सुबह से ही माइक पर घोषणा कर जायरीन को जागरूक किया गया तथा दरगाह परिसर से घरों को लौटने का संदेश जारी किया गया। इसके चलते दरगाह के सात में से महज दो दरवाजों से आने वाले चंद जायरीन ने जियारत कर दरगाह क्षेत्र से लौटने में ही अपनी बेहतरी समझी। दरगाह कमेटी ने जायरीन को सावचेत रहकर कम से कम एकत्रित होने और बाहर न निकलने की समझाइश की।
कोरोना के खौफ के चलते दरगाह के निजामगेट से दिल्ली गेट तक बाजार बंद रहे। दरगाह बाजार बंद रहने से सन्नाटा पसरा नजर आया। व्यापारियों ने ऐतिहातन स्वैच्छा से दो दिन के लिए बाजार बंद करने की घोषणा की थी जिस पर अमल किया गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘जनता कर्फ्यू’ के आह्वान पर 22 मार्च को तीसरे दिन भी दरगाह बाजार पूरी तरह बंद रहेगा।
उल्लेखनीय है कि दरगाह कमेटी, दरगाह दीवान तथा दोनों अंजुमनों ने कल ही मुस्लिम बिरादरी से नमाज अपने घरों पर ही अदा कर वहीं से नजराना भेजने की अपील की थी।