आजमगढ़। पूरे विश्व में फैले महामारी कोविड-19 (कोरोना वायरस) की रोकथाम के लिए जहां प्रशासन की ओर से कई उपाय किए जा रहे हैं वही पूर्व सांसद रमाकान्त यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर कहा कि कोरोना एक छलावा है, कोरोना एक बहकाने वाला एक मामला है। इस मामले उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि लोगों को गुमराह करने के आरोप में पूर्व सांसद व समाजवादी पार्टी के नेता रमाकांत यादव के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है साथ ही जिलाधिकारी एनपी सिंह ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
जिलाधिकारी ने जारी कारण बताओ नोटिस में कहा है कि उनके इस कथन से जनमानस में भ्रम की स्थिति उत्पन्न होेने की सम्भावना है। आपका कथन कोरोना के संक्रमण के रोकथाम के लिए सुरक्षात्मक उपायों के क्रियान्वयन में व्यवधान उत्पन्न करने वाला है।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन नरेंद्र सिंह द्वारा रमाकान्त यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जिसमें कहा गया कि यदि आपके पास आपके कथन के समर्थन में कोई वैधानिक तथ्य हो तो लिखित रूप में साक्ष्य एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
अन्यथा माना जाएगा कि आप कोविड-19 बीमारी (कोरोना) के संक्रमण की रोकथाम के लिए सुरक्षात्मक उपायों के क्रियान्वयन में व्यवधान डाल रहे हैं, जन मानस को दुष्प्रेरित कर रहे हैं तथा आम जन जीवन को खतरे में डाल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेन्सिंग के सम्बन्ध में विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। ऐसे में पूर्व सांसद रमाकान्त यादव द्वारा सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया गया है, जिसमें कोरोना वायरस डिजीज के सम्बन्ध में कहते हुए दिख रहे हैं कि ‘कोरोना एक छलावा है, कोरोना एक बहकाने वाला एक मामला है, मैं दावे के साथ कह रहा हूं कि हमारे देश में एक भी व्यक्ति कोरोना से मरा हो तो बताइए, आप 200 लोगों को मेरे पास लाइए, मैं ठीक करता हूं, गले लगाकर रखूंगा, एक इंच भी इनसे दूर नही रहूंगा, एक मीटर की तो बात छोड़िये। ये तो केवल आम जनता को गुमराह किया जा रहा है।