नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कोरोना वायरस (कोविड -19) से निपटने में सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) को महत्वपूर्ण बताते हुए स्वयंसेवकों से महामारी को हराने का संकल्प लेने को कहा।
भागवत ने आरएसएस की वेबसाइट पर लाइव स्ट्रीमिंग के जरिये ‘वर्ष प्रतिपदा’ या हिंदू नव वर्ष के अवसर पर स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अन्य देशों के साथ-साथ इस वैश्विक समस्या से जूझ रहा है इसलिए यह स्वयंसेवकों के लिए संकल्प लेने का दिन है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश भर में प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नियमों का पालन करना इस संघर्ष का मुख्य पहलू है लेकिन इस लड़ाई में सोशल डिस्टेंसिंग सबसे जरूरी है और इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि समाज अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी को कैसे वहन करता है।
उन्होंने कहा कि संघ ने हमेशा स्वयंसेवकों को सामाजिक अनुशासन का पालन और अभ्यास करना सिखाया है क्योंकि इसका भी समाज पर प्रभाव पड़ेगा। स्वयंसेवक वैश्विक संकट के खिलाफ इस लड़ाई में देश के सामने उदाहरण पेश करेंगे।
भागवत ने कहा कि हम अगले 21 दिन तक लॉकडाउन का पालन कर संघ का काम भी जारी रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि संघ महासचिव स्वयंसेवकों को समय-समय पर आवश्यक निर्देश देंगे जो सरकार द्वारा निर्धारित नीति के अनुरूप होगा।
उन्होंने कहा कि हम सभी को सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करने की आवश्यकता है। स्वयंसेवकों ने पहले से ही उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों पर काम करना शुरू कर दिया है, जैसे सरकार के साथ सहयोग करना, सामाजिक जागरूकता पैदा करना और सरकार की सहमति से जरूरतमंदों को राहत प्रदान करना।