सबगुरु न्यूज-सिरोही। राजस्थान-गुजरात बॉर्डर शुक्रवार रात को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। राजस्थान में 22 मार्च से लॉक डाउन हुआ और देश में 25 मार्च से। इसके बाद अन्य प्रदेशों में रह रहे राजस्थान के प्रवासियों का राजस्थान की ओर आना जारी है। सिरोही जिले में मावल और मंडार में प्रशासन द्वारा अधिकृत चेकपोस्ट बनाकर स्क्रीनिंग के माध्यम से प्रवासियों को राजस्थान में प्रवेश दिया जा रहा था। इस पर अब रोक लगा दी है।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने सबगुरु न्यूज को बताया कि 19 से 26 मार्च तक दोनों चेकपोस्टों पर 10 हजार 125 प्रवासियों की स्क्रीनिंग करके राजस्थान में प्रवेश दिया गया है। इनमें से 4 हजार 777 लोग सिरोही जिले के थे। उन्होंने बताया कि 25 मार्च को 1833 लोगों की स्क्रीनिंग की इनमें से 1724 सिरोही के थे। 26 को 3 हजार 781 लोगों की स्क्रीनिंग की इसमें से 844 सिरोही के थे।
27 को दोपहर तक 2 हजार 261 लोग स्क्रीनिंग करवाकर राजस्थान में आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि जितने प्रवासी आए हैं उन्हें होम कोरोंटाइन के लिए सजेस्ट किया गया है। इन्हें 144 के तहत पाबंद किया हुआ है। उनके हाथों पर मोहर लगाई है। वह लोग 14 दिन तक इसकी पालना करें। जो भी कोरेंटाइड व्यक्ति यदि बाहर आकर लोगों के बीच आएगा और ऐसी शिकायत प्रशासन को मिल गई तो तस्दीक के बाद उसके खिलाफ 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जो प्रवासी दूसरे जिलों के थे, उनकी सूचना संबंधित जिला कलक्टरों की दे दी जाएगी ताकि वह वहां पर उनको फॉलो अप दे सकें।
-ईएसआई चिकित्सक भी भेजे बॉर्डर पर
्रराजस्थान सरकार दूसरे राज्यों से राजस्थान में आ रहे लोगों के प्रति संवेदनशील नजर आई तो राज्य के लोगों की सुरक्षा के लिए चिंतित भी। ऐसे में उन्होंने शुक्रवार को मावल और मंडार बॉर्डर पर आ रही प्रवासियों की बाढ़ को देखते हुए अतिरिक्त चिकित्सक भी लगाए। जोधपुर संभाग के ईएसआई के चिकित्सकों का दल सर्किट हाउस से मंडार और मावल चैकपोस्ट पर रवाना हुआ।