अजमेर। कोरोना वायरस के कारण होने वाले संक्रमण से बचाव के लिए आपात परिस्थिति में क्वारेंटाईन सेन्टर बनाने के लिए जिले में राजकीय एवं निजी भवनों का अधिग्रहण किया गया है। इन भवनों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सुपुर्द किया जाएगा।
कलक्टर एवं जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के अध्यक्ष विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के बचाव की आपातकालीन परिस्थिति में क्वारेंटाईन के रूप में उपयोग करने के लिए जिले में राजकीय एवं निजी भवनों को संसाधनों के साथ अधिग्रहित किया गया है।
इनमें किशनगढ़ में रॉयल हेरीटेज, लवकुश होटल एवं रतनलाल कंवरलाल पाटनी कम्यूनिटी सेन्टर, नसीराबाद में शीशमहल होटल एवं होटल गोल्डन गेट, पुष्कर में होटल रवाई रिसोट, अनन्ता होटल एवं जाट विश्रामस्थली, केकड़ी में लक्ष्मी पैलेस, तिरूपति नयन होटल, कटारिया ग्रीन्स, महेश वाटिका, होटल वृंदा, पालीवाल होटल एवं राजमहल पैलेस, ब्यावर में होटल श्री, होटल सकुन, रमाड़ा होटल, होटल शंकर पैलेस, होटल शुभम पैलेस एवं कृष्णा होटल तथा अजमेर की रमाड़ा शामिल है।
इसी प्रकार पूर्व में भी होटल मानसिंह पैलेस अजमेर, स्टार क्वीन अजमेर, डेरा मसूदा पुष्कर तथा होटल आरामबाग, मोतीसर पुष्कर को भी अधिग्रहित किया जा चुका है।
इमरजेन्सी ऑपरेशन सेंटर का नियंत्रण कक्ष स्थापित
अजमेर जिले में कोरोना वायरस की रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए इमरजेन्सी ऑपरेशन सेंटर का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि यह कन्ट्रोल रूम 24 घंटे सातों दिन कार्यरत रहेगा। इसमें सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक सैयद अरशद जहीर (9602712448), दोपहर दो बजे से रात्रि 10 बजे तक कृष्ण गोपाल मीणा (9214343434) एवं रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक विजय सिंह चौधरी (6376160452) तैनात किए गए है।
इसके अलावा दो आरक्षित दल भी बनाए गए है। इस ईओसी नियन्त्रण कक्ष में समस्त सूचनाओं का पंजीयन किया जाएगा तथा प्रभारी अधिकारी को सूचना देकर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।