वाराणसी। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार जनता को सोशल डिस्टेंसिंग और जागरूक करने में लगे हुए हैं। पिछले 3 दिनों से तबलीगी समाज के मुस्लिम समुदाय ने देश में एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है। इस जमात से जुड़े हुए लोगों ने भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत बढ़ा दी है। यही नहीं इंदौर, जयपुर रामपुर और अलीगढ़ में मुस्लिम लोगों ने कोरोना की जांच करने गए स्वास्थ्य विभाग और डॉक्टरों की टीम पर हमला भी बोला है। दूसरी ओर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं ने देश से कोरोना भगाने के लिए सौहार्द की मिसाल पेश की है।
वाराणसी में गुरुवार को रामनवमी के मौके पर मुस्लिम महिलाओं ने कोरोना के संकट से मुक्ति के लिए प्रभु श्रीराम की आरती उतारी। मुस्लिम महिलाओं ने उर्दू में लिखी श्रीराम आरती का गायन किया। साथ में हनुमान चालीसा का पाठ कर कोरोना रूपी राक्षस के आतंक से देश को बचाने की प्रार्थना की। मुस्लिम महिला फाउंडेशन की ओर से रामनवमी पर आयोजित होने वाला कार्यक्रम सांप्रदायिक एकता की मिसाल के रूप में देखा जाता रहा है।
मुस्लिम महिलाओं ने पीएम मोदी के दिशा-निर्देशों का किया पूरी तरह पालन
वाराणसी में मुस्लिम महिलाएं जब पुरुष श्री राम की आरती कर रही थी तो उस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बताए गए नियमों को पूरी तरह से पालन किया है। लॉकडाउन के चलते भीड़ की जगह मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नैशनल सदर नाजनीन अंसारी के साथ केवल उन चार महिलाओं ने ‘भए प्रगट कृपाला दीन दयाला गाकर आरती उतारी जो प्रतिदिन गरीब-जरूरतमंदों का पेट भरने को भोजन बनाने में जुटी हैं।
आरती में शामिल सभी महिलाओं ने ने मास्क लगा रखा था। इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। मुस्लिम महिला फाउंडेशन की सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि तबलीगी जमात के कट्टरपंथी मौलानाओं ने पूरे देश को संकट में डालने का पाप किया है। इस पाप से प्रभु श्रीराम ही मुक्ति दिला सकते हैं। इस समय पूरे देश को राम का नाम जपना चाहिए ताकि लॉकडाउन के दौरान घर में रहने और न्यूनतम आवश्यकता में अपनी पूर्ति का धैर्य प्राप्त हो।
मुस्लिम महिलाओं ने कट्टरपंथी लोगों को दिया एक संदेश
आज पूरा देश कोरोना की वजह से मुसीबतों से घिरा हुआ है तो दूसरी ओर मुस्लिम कट्टरपंथी स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिसकर्मियों और डॉक्टरों पर हमला कर रहे हैं। आज इनको समझना होगा कि यह कोरोना वायरस किसी की धर्म, जात छोटा बड़ा नहीं देखता है सबके लिए मुसीबत बना हुआ है। इस घड़ी में देश के कट्टरपंथियों को वाराणसी की मुस्लिम महिलाओं से सबक लेना चाहिए। पिछले कुछ दिनों से देशभर में मुस्लिम बाहुल्य इलाके में कई घटनाएं हैं से हुई, जिसने झकझोर कर रख दिया है।
इस समय चाहे कोई भी धर्म क्यों न हो इस लड़ाई से लड़ने के लिए सभी को आगे आना होगा नहीं तो देश को भारी कीमत इसकी चुकानी पड़ेगी। यहां हम आपको बता दें कि हमारे देश में कोरोना वायरस लगातार तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है। देश में न तो इतनी अच्छी मेडिकल सुविधाएं हैं न ही अस्पताल हैं। अभी देश के हालात सही नहीं है कुछ दिन इन कट्टरपंथियों को शांत संयम और धैर्य से काम लेना होगा और जो समाज में सरकारी काम में बाधा डालते हैं उनको भी समझाना होगा।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार