लॉकडाउन से फायदा हुआ या नुकसान, कोरोना वायरस के चलते हैं पूरे भारत में लोक डाउन कर दिया गया ऐसा भारत के इतिहास में पहली बार हुआ जिसमें कि पूरे भारत में लोक डाउन रहा। इसके पहले तो लोग लोकडाउन का मतलब भी नहीं जानते थे लेकिन इसके बाद लोगों को यह पता चला की आखिर लॉक डाउन होता क्या है।
लॉकडाउन से कोरोना वायरस पर काबू ?
लेकिन क्या इससे कोरोना वायरस पर काबू पा जाए पाया जा सका या नहीं इसका जवाब है बिल्कुल हां लॉकडाउन के चलते कोरोनावायरस से काफी ज्यादा हानि होने से बच सकी स्वाभाविक सी बात है यदि लोगों का मिलना जुलना रहेगा ही नहीं और एक स्थान पर अधिक लोग इकट्ठे होंगे ही नहीं तो कोरोनावायरस क्या कई अन्य बीमारियां भी नहीं रहेंगी।
लॉकडाउन से पर्यावरण में क्या सुधार हुआ ?
इसके अलावा वाहन का खपत भी बिल्कुल खत्म हो गया जिसके चलते पर्यावरण पूरी तरीके से काबू में आ चुका है और इसके चलते आसमान साफ साफ दिखने लगा है फैक्ट्री बंद होने से केमिकल पानी में घूमने से निजात मिल गई इसके अलावा भी कई प्रकार के पोलूशन कंट्रोल में आ गए जैसे कि साउंड पोलूशन, व्हीकल पॉल्यूशन, व कई अन्य लोग जो कि दिन भर में करोड़ों की संख्या में इधर उधर जाते समय छोड़ा करते थे या कचरा फैलाते थे।
लॉकडाउन के बाद हमें क्या करना चाहिए ?
यह सब चीजें भी काबू में आ गई यह सभी के चलते फिर अच्छा मौका है जिसमें हम लोग अपने आप में एक अच्छा खासा सुधार लेकर आएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें यदि अच्छा किया जाएगा तो आने वाले समय में भारत की दशा काफी अच्छी हो जाएगी।
लॉकडाउन के क्या नुकसान हुए ?
हालांकि लॉकडाउन कोरोनावायरस से कुछ नुकसान भी हुई हैं उसके बारे में अभी बात करें तो आपको बता दें लॉकडाउन कोरोनावायरस के चलते व्यापार में काफी हानि हुई है और वही छोटे वर्ग के जो लोग ठेला लगाते हैं या किसी प्रकार की छोटी दुकान चलाते हैं उन्हें कई बड़े स्तर की हानि हुई है कई व्यापारी तो ऐसे थे जो कि किराए पर अपनी दुकान चलाया करते थे हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने यह तो निवेदन किया था कि कोई भी किराएदार से किराया ना लें लेकिन यदि सच्चाई की बात की जाए तो ऐसा होता नहीं है। मुश्किल से ही कोई ऐसा होगा जो कि किराए से बच जाएगा और कई लोग तो ऐसे हैं जो कि अपने दुकान के और मकान के किराए पर ही अपना गुजारा करते हैं।
लॉकडाउन से शिक्षा पर बुरा असर
इसके अलावा बच्चों की पढ़ाई में काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। लॉकडाउन कोरोनावायरस के चलते परीक्षाएं स्थगित कर दी गई छोटी कक्षा वाले छात्र-छात्राओं को परीक्षाएं भी नहीं देनी पड़ेगी इसके चलते भारत का शिक्षा स्तर गिर सकता है लेकिन इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने का फैसला लिया और इसके द्वारा शिक्षा प्रसारित करने का कदम उठाया। लेकिन यह थोड़ा मुश्किल भी है क्योंकि संसाधनों की कमी होने के कारण हर व्यक्ति इन सब चीजों का फायदा नहीं उठा पाएगा लेकिन हो सकता है आने वाले समय में इसको लेकर कई अन्य प्रयास किए जाएंगे जो कि काम के साबित होंगे।
लॉकडाउन नहीं होता तो क्या होता ?
यदि बात करें कोरोना वायरस तो आपको बता दें इन मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है लेकिन यदि पूरे भारत में लॉकडाउन नहीं होता तो यह संख्या कुछ अलग ही होती और यह संख्या इतनी ज्यादा होती कि आपके और हमारे सभी के परिवार में या मिलने वालों में कोई ना कोई कोना जरूर होता और इनके चलते हमारी मानसिक आर्थिक हर प्रकार की दशा खराब हो जाती यदि मूल रूप से एक बात की जाए तो यह बात बिल्कुल सही है लॉकडाउन से काफी फायदे हैं कोरोना वायरस के चलते कम से कम घर में सभी लोग एक साथ हैं। मोदी ने पूरे परिवार को एक साथ खड़ा कर दिया और इसमें सबसे बड़ा सहयोग पुलिस प्रशासन और चिकित्सा कर्मियों का भी है।