नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के दूसरे चरण में तीन मई तक नियमों का सख्ती से पालन कर कोरोना को हराने के लिए सप्तपदी यानी सात बातों पर विशेष ध्यान देने की देशवासियो से अपील की है।
मोदी ने 21 दिन के पहले चरण के लॉक डाउन के आखिरी दिन मंगलवार को राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि देशवासी यदि धैर्य बनाकर रखेंगे और नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को आसानी से परास्त किया जा सकता है।
उन्होंने लॉकडाउन के दूसरे चरण की घोषणा करते हुए देश की जनता से कोरोनॉ से बचाव के लिए सप्तपदी का सूत्र दिया और इस सप्तपदी के सात सूत्रों का कोरोना को हराने के वास्ते कड़ाई पालन करने का लोगो से आग्रह किया।
कोरोना को हराने करने लिए सप्तपदी मे पहला सूत्र बताते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने के लिए सब लोग सबसे पहले अपने घर के बुजुर्गों और विशेषरूप से ऐसे व्यक्तियो का ध्यान रखें जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी विशेष देखभाल करें। उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है।
मोदी ने कोरोना से बचाव का दूसरा सूत्र बताते हुए कहा कि लॉकडाउन और सामाजिक दूरी की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन किया जाना चाहिए और सभी लोग घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करे।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्होंने लोगों से आयुष मंत्रालय की ओर से दिए गए निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया और कहा कि इसके लिए लोगो को गर्म पानी तथा काढ़ा का निरंतर सेवन करना चाहिए। इस महामारी का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप जरूर डाउनलोड करने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि लोग दूसरों को भी इस एप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें।
सप्तपदी का पांचवां सूत्र बताते हुए मोदी ने कहा कि जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।
उन्होंने लॉक डाउन के कारण होने वाली दिक्कतों को देखते हुए कारोबारियों से अपने साथ काम करने वाले लोगो के साथ संवेदना से पेश आने का आग्रह करते हुए कहा कि आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम कर रहे लोगों के प्रति संवेदना रखें और किसी को नौकरी से न निकालें।
सप्तपदी का सातवां और अंतिम सूत्र बताते हुए मोदी ने कहा कि देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर- नर्सेस, सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें।
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