-अजमेर में एक ही दिन में 9 नए संक्रमित मिले
-जोधपुर में 38 नए कोरोना संक्रमित सामने आए
जयपुर। राजस्थान में शुक्रवार को 98 नए कोरोना संक्रमित मामले सामने आने के बाद राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 1229 पहुंच गई है।
चिकित्सा विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार आज राज्य में सबसे अधिक जोधपुर में 38 नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए जबकि टोंक में 22, जयपुर में आठ, कोटा में छह, नागौर में छह, अजमेर में नौ, तथा झुंझुनूं, झालावाड, दौसा में एक-एक नए कोरोना पाॅजिटिव मरीज सामने आए हैं।
सूत्रों के अनुसार राज्य में इस वेष्विक कोरोना महामारी स ेअब तक सत्रह लोगों की मौत हो चुकी है तथा 93 व्यक्तियों को ठीक होने पर अस्पताल से छुट्टि दे दी गयी है जबकि 183 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव से नेगेटिव आ चुकी हैं।
अजमेर के किशनगढ में उज्जैन से आया बुजूर्ग संक्रमित
अजमेर के किशनगढ़ उपखंड के अरांई कस्बे के 67 वर्षीय एक बुजुर्ग की कोरोना पोजिटिव रिपोर्ट आई है। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने बुजुर्ग के निवास से एक किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लगा दिया है। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग नौ अप्रेल को उज्जैन से अरांई पहुंचा था और मानसिक रूप से अस्वस्थ है। कस्बे में मेडिकल टीम स्क्रीनिंग का काम कर रही है।
राजस्थान में रैपिड टेस्टिंग किट से होगी जांच
राजस्थान रैपिड टेस्टिंग किट के जरिए कोरोनाकी जांच करने वाला पहला राज्य बन गया है।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि पहले दिन जयपुर की तोपखाना (जाजू डिस्पेंसरी) शहरी स्वास्थ्य केंद्र में 52 लोगों का सैंपल लिया गया। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा थी कि ज्यादा से ज्यादा कोरोना की जांचें हों ताकि वास्तविक स्थिति का पता चल सके और कोरोना की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को किट मिलते ही जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई। यह अच्छी बात है कि पहले दिन सभी जांचों की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं।
डॉ. शर्मा ने कहा कि रेपिड टेस्ट कोरोना प्रमाणित नहीं करता है लेकिन इससे हम पॉजीटिव आए व्यक्ति को तुरंत आइसोलेट कर सकते हैं ताकि वह संक्रमण ना फैला सके। उन्होंने बताया कि सबसे पहले इस किट का इस्तेमाल प्रदेश के हॉट स्पॉट बने कल्स्टर्स के आसपास कंटेनमेंट और बफर जोन में किया जाएगा।
उसके बाद प्रदेश भर में चरणबद्ध तरीके से जांचों में तेजी लाई जाएगी। इसके अलावा ‘सुपर स्प्रेडर‘ यानी ज्यादा लोगों के संपर्क में आने वाले लोग मसलन डेयरी वाला, सब्जी वाला, किराणा वाला आदि लोगों की जांच भी इस किट के जरिए की जाएगी। उन्होंने बताया कि रैपिड टेस्टिंग किट के अलावा प्रदेश में पीसीआर (सामान्य जांच) जारी रहेगी।
शर्मा ने बताया कि प्रदेश में अब तक 43000 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं और प्रदेश जांचों के मामले में देश भर में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि ज्यादा सैंपल लेने से हो सकता है आने वाले दिनों में पॉजीटिव केसेज की संख्या में बढ़ोतरी हो लेकिन इससे स्थिति की वास्तविकता का पता चल सकेगा और सरकार प्रभावी फैसले ले सकेगी।