अजमेर। अजमेर शहर में जयपुर रोड पर अधेड की मौत एवं शव नहीं उठाने को जिला प्रशासन एवं पुलिस ने गंभीरता से लिया है। इसके लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है। दोषी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा, कलक्टर विश्व मोहन शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीपने यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शव नहीं उठाना बेहद गंभीर कृत्य है। इसके लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा पुलिस अधकारी से रिपोर्ट तलब की गई।
इस प्रकरण में जो भी दोषी है, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनर्रावृति रोकी जा सके।
तपती सडक पर उखड गई सांसें
बतादें कि शुक्रवार को शहर के बीचोंबीच जयपुर रोड पर किशनगढ कोठी के पास एक खानाबदोश ने तडपते हुए दम तोड दिया। सुबह करीब 10:30 बजे उसे जिंदा देखा गया जब वह घसीटती हालत में हाथी भाटा की तरफ से रोड पर पहुंचा। लॉकडाउन तथा कर्फ्यू के कारण कोई उसकी मदद को नहीं आया।
समीप लगे एटीएम के बाहर से वह आगे नहीं बढ सका। सडक के दूसरी तरफ एक मेडीकल संचालक ने उसे पीने का पानी तथा खाने को बिस्कुट भी दिए। अचेत हालत में पडे खानाबदोश की सांसें कब उखड गई किसी को पता न चला।
सूचना पाकर दोपहर में कोतवाली थाना पुलिस भी पहुंची तथा चिकित्सा विभाग को सूचित किया गया। इस दौरान दोपहर 12 बजे से लेकर 5 बजे तक चार बार 108 एम्बुलेंस मौके पर आई लेकिन स्टाफ के पास पीपीई किट नहीं होने से उसे अस्पताल नहीं ले जाया सका।
शाम करीब 6:30 बजे सीएमएचओ कार्यालय की टीम पीपीई किट पहनकर पहुंची तथा अचेत खानाबदोश की जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पीपीई किट में लपेट कर ले जाया गया। फिलहाल शव जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। पोस्टमार्टम के बाद उसकी मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा होगा।