जोधपुर। राजस्थान में जोधपुर जिले के बोरूंदा थाना क्षेत्र में तस्करों का पीछा करने गई पुलिस टीम में विशेष कमांडो अशोक विश्नोई की मंगलवार को थानाधिकारी के वैपन से चली गोली लगने से मौत हो गई।
पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ ने बताया कि मादक पदार्थों एवं अवैध हथियारों की तस्करी रोकने के लिए जिला स्पेशल टीम एवं कमांडो को लगाया गया है। मंगलवार सुबह बिलाड़ा एवं बोरूंदा पुलिस की तरफ से मार्ग पर नाकाबंदी करवाई थी। तब एक गाड़ी को रूकने का इशारा किया गया लेकिन वह नाकाबंदी से भाग निकली।
इस पर पुलिस की स्पेशल टीम एवं कमांडो पीछे लग गए। तब तस्करों ने फायरिंग भी की। इस पर पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। आगे जाकर गाड़ी को पकडने के साथ उसमें काफी मात्रा में डोडा पोस्त जब्त किया गया। इस दौरान एक अन्य वाहन में सवार तस्करों का पुलिस की टीमों की तरफ से पीछा किया गया। तस्कर अपनी गाड़ी को लेकर बिलाड़ा-बर रोड की तरफ लेकर गए। इनका काफी पीछा किया गया लेकिन वे बाद में भागने में सफल हो गए।
उन्होंने बताया कि लौटते वक्त पुलिस की टीम एवं कमांडो की गाड़ी बर रोड पर पंक्चर हो गई। तब एक दुकान पर पंचर निकालने के लिए खड़े गए। कमांडो भोजासर के केलनसर निवासी अशोक विश्नोई को अचानक गोली लग गई। तब पुलिस अधिकारियों ने उसके वैपन का अचानक ट्रिगर दबने से गोली लगने की कहानी बयान की। हादसे में गंभीर रूप से घायल होने पर पहले बिलाड़ा फिर जोधपुर रैफर किया गया लेकिन उनकी मौत हो गई।
टीम में शामिल कमाडोज से गोली बोरूंदा थानाधिकारी की गोली से लगने की जानकारी मिलने पर वे ग्रामीण विरोध पर उतर आए। उन्होने शव लेने से इंकार करते हुए जवान को शहीद का दर्जा देने और लापरवाही बरतने वाले थानाधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड गए।
बारहठ ने रिपोर्ट देने पर मुकदमा दर्ज करने का भरोसा दिया। वहीं राहुल बारहठ ने बोरूंदा थानाधिकारी के वैपन को अनलोड करते समय गलती से चली गोली जवान को लगने की बात की पुष्टि की है।