जयपुर। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राजस्थान सरकार पर कोरोना बीमारी से निपटने में अक्षम साबित होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार को अपनी विफलता छिपाने के बजाय केन्द्रीय सुरक्षा बलों की मदद मांगनी चाहिए।
सिंह ने आज यहां वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये संवाददाताओं से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि जयपुर और जोधपुर में लाॅकडाउन करने में भी देरी की गई तथा बाद में लगाए गए कर्फ्यू का भी मखौल उडाया गया। राहत सामग्री बांटने में भी भेदभाव किया गया। किसी के घर खजूर पहुंचाए गए तो किसी के घरों में एक भी दाना नहीं पहुंचा है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जयपुर और जोधपुर में आई केन्द्रीय निगरानी समितियों ने अपननी रिपोर्ट में राज्य सरकार की बहुतसी कमियां बताई गई है। समय रहते कमियां दूर कर ली जाती तो जोधपुर एवं जयपुर में कोरोना की इतनी समस्या नहीं बढती। उन्होंने सवाल किया कि जिस भीलवाडा माॅडल पर राज्य सरकार गर्व कर रही है वह जयपुर में क्यों नहीं सफल हुआ। राज्य सरकार को इस बारे में अपनी कमियों को देखना चाहिए।
प्रवासी मजदूरों को लाने एवं भेजने के लिए राज्य सरकार की व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि 4 हजार बसों की व्यवस्था करने का दावा हवा हो गया बल्कि किराये को लेकर ही राज्य सरकार के अफसर आपस में उलझ गए। उन्होंने कहा कि सरकार इतनी बसों की व्यवस्था करती तो प्रवासी मजदूरों को चार पांच दिन में ही वापस लाया जा सकता था।
सिंह ने कहा कि जोधपुर में भी राहत सामग्री बांटने के बडे बडे दावे किए गए। जोधपुर नगर निगम ने भी पचास हजार लोगों को खाना देने का दावा किया था लेकिन सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए भी लोगों को मदद नहीं मिली तथा सामाजिक संगठनों के जरिये ही खाना बांटा जा रहा था लेकिन राज्य सरकार के अधिकारी उसे बंटवाकर श्रेय ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर समाज के लोग आगे नहीं आते तथा व्यवस्था का जिम्मा सरकार के भरोसा छोडा जाता तो अराजकता फैल सकती थी।
जयपुर के रामंगज की चर्चा करते हुए शेखावत ने कहा कि यहां कर्फ्यू लगाने में जानबूझकर देरी की गई। बाद में देरी से लगाए गए कर्फ्यू का भी कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने मखौल बनाया तथा अफसरों को धमकाते रहे। जिन लोगों को कवारेंनटाईन में दूसरे स्थान पर भेजा जाना था वहां विधायकों ने घरों में ही रहने पर जोर दिया। इसी तरह जोधपुर में भी कर्फ्यू के बावजूद तीन चार सौ महिलाएं कानून व्यवस्था का मखौल उडा रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी अपने वोट बैंक को सुरक्षित करने के प्रयास में कुछ लोगों पर सख्ती नहीं बरत रही है।
केन्द्रीय मंत्री ने पेयजल परियोजनाओं के लिए केन्द्रीय मदद को पूरा खर्च नहीं करने तथा योजनाओं में कौताही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि परियोजनाओं के लिए दूसरी किस्त के लिए निधार्रित मापदंड पूरे नहीं कर पा रही थी लेकिन केन्द्रीय राशि का अभी भी उपयोग नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि पेयजल परियोजनाओं पर काम शुरू किया जाए तो लोगों को रोजगार मिलने के साथ पेयजल की समस्या दूर हो सकेगी।
लाॅकडाउन के कारण गंगा सहित नदियों के पानी के प्रदूषण में कमी आने की बात पर शेखावत ने कहा कि नदियों के पानी को आगे स्वच्छ बनाए रखने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के कारण नदियों का जल के स्वच्छ होने के मामले में भी सरकारी एवं गैर सरकारी ऐजेन्सियों से सर्वे कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि गंगा नदी का पानी सिर्फ लाॅकडाउन के कारण ही नहीं बल्कि इसे स्वच्छ करने के लिए चलाई जा रही योजनाओं के कारण भी स्वच्छ हुआ है।
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