सबगुरु न्यूज-सिरोही। केन्द्र सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरो, छात्रों और पर्यटकों को अपने राज्य में जाने की छूट दिए जाने के आदेश के बाद से शनिवार शाम छह बजे तक पिछले करीब 72 घंटों में ही करीब 21 हजार 500 प्रवासियों ने प्रवेश कर लिया है।इसमें से करीब साढ़े तेरह हजार प्रवासी तो शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार शाम छह बजे तक प्रवेश किए हैं।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने सबगुरु न्यूज को बताया कि जिले के गुजरात सीमा से सटे मावल और मंडार चेकपोस्टों में से घुसने वाले अधिकांश प्रवासी अपने वाहनों से आए थे। कुछ ऐसे थे जिन्हें कोई वाहन बॉर्डर तक छोडक़र लौट गये थे, उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की जा रही है। जिले में करीब छह-सात हजार प्रवासी पहुंचे हैं।
-जो वाहन मिला घर पर जाने की चिंता
मावल बॉर्डर पर जो स्थिति देखने को मिली वह प्रवासियों का दर्द बयां करती नजर आ रही है। चार पहिया वाहनों के अलावा स्कूटी, मोटर साइकिल और पैदल भी आ रहे हैं। सामाजिक समानता की स्थिति यह है कि मर्सडीज और पैदल वाले सभी एक ही दर्द के मारे दिखते हैं। इनमें से अधिकांश तो इस मानस से आए हैं कि अब कभी गुजरात और महाराष्ट्र में कभी नहीं जायेंगे।
-भोजन भी खतम होने की स्थिति
गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले अधिकांश परिवार अपने साथ भोजन लेकर ही चल रहे हैं। लेकिन, राजस्थान बॉर्डर से लेकर पूरे गुजरात में राजस्थान और गुजरात पुलिस के कम्यूनिकेशन एक बड़ा रोल प्ले कर रहा है। बॉर्डर पर ज्यादा भीड़ नहीं उमड़े और स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं हो इसके लिए समय समय पर पूरे गुजरात में राजस्थान की ओर आने वाले वाहनों को कुछ-कुछ दूरी पर रोका जा रहा है।
जिससे सोशल डिस्टेंसिंग भी बनी रहे और बॉर्डर पर एकदम भीड़ टूटने से स्क्रीनिंग की समस्या भी नहीं आए। ऐसे में अतिरिक्त समय लगने से साथ में लोगों के पास रखा भोजन भी समाप्त हो रहा है। बॉर्डर पर ऐसे कई लोग आए। आवश्यकता जताने पर प्रशासन की तरफ भामाशाहों की मदद से भोजन भी मुहैया करवाया जा रहा है। यहां पर पर विनोद परसरामपुरिया सेवा संस्थान ने अधिकांश लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की। अरूण परसरामपुरिया ने बताया कि कोशिश यह है कि कोई भूखा नहीं रहे।
-क्या कहता है चिकित्सा विभाग का आंकड़ा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार ने बताया कि 27 अप्रेल से एक मई तक मावल और मंडार बॉर्डर पर चिकित्सा विभाग के की 15 टीमों ने 18 हजार 370 लोगों की स्क्रीनिंग करवाई। इनमें से 5 हजार 533 लोग तो सिरोही जिले के थे। 11 हजार 929 लोग राजस्थान के ही अन्य जिलों के और 908 लोग अन्य राज्यों के। उन्होंने बताया कि जिले में आ रहे लोगों को कोरेंटाइन करवाया जा रहा है। राज्य के जितने भी लोग सिरोही बॉर्डर से प्रवेश कर रहे हैं उनके हाथों पर कोरेंटाइन की मोहर लगाई जा रही है।
-कच्ची बस्तियों व अन्य स्थलों पर मास्क वितरण किए
नगर परिषद आयुक्त शिवपाल सिंह राजपुरोहित ने बताया कि नगर परिषद क्षेत्र में अभी तक हजारों माक्र्स का वितरण निशुल्क करवाया गया है। वहीं जिला प्रबंधक नरेंद्र परिहार ने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से कपड़ों के माक्र्स बनवाए गए हैं जो कच्ची बस्ती स्ट्रीट वेंडर्स आश्रय स्थलों सरकारी कार्यालय फुटकर व्यापारियों में निशुल्क वितरण किए जा रहे हैं। माक्र्स वितरण करते समय नगर परिषद के कनिष्ठ अभियंता भरत राजपुरोहित नरेंद्र परिहार प्रबंधक नगर परिषद द्वारा किया गया।