बेंगलूरू। अंडरवर्ल्ड डान से सामाजिक कार्यकर्ता बने कर्नाटक के मुथप्पा राय का कैंसर की बीमारी से शुक्रवार को निधन हो गया।
वह 68 वर्ष के थे। उनके परिवार में दो पुत्र हैं। मुथप्पा को गत 30 अप्रैल को मणिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था , जहां उन्होंने आज सुबह अंतिम सांस ली।
दक्षिण कन्नड़ के पुत्तुर में जन्मे मुथप्पा युवावस्था में ही अपराध की दुनिया से जुड़ गये थे। कर्नाटक पुलिस ने हत्या और आपराधिक षडयंत्र समेत आठ मामलों में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
वर्ष 2002 में मुथप्पा को संयुक्त अरब अमीरात से भारत निर्वासित कर दिया गया। उनके भारत पहुंचने पर सीबीआई, रॉ, आईबी और कर्नाटक पुलिस ने उनसे पूछताछ की थी लेकिन सबूतों के अभाव में बाद में उन्हें बरी कर दिया गया। इसके बाद वह समाज सेवा के क्षेत्र में आ गए थे।
कर्नाटक पुलिस ने एक और अंडरवर्ल्ड डान रवि पुजारी के संबंध में भी मुथप्पा से पूछताछ की थी, जिसे सेनेगल सरकार ने हाल में अपने यहां से निर्वासित कर दिया था। मुथप्पा ने अपराध की दुनिया को अलविदा कर समाजसेवा के क्षेत्र में कदम रखा और ‘जय कर्नाटका’ संगठन की स्थापना की।
मुथप्पा ने 2011 में तेलुगू फिल्म ‘कंचिडा बाले’ और 2012 में कन्नड़ फिल्म ‘ कातरी वीरा ’ में अभिनय भी किया था। बॉलीवुड फिल्मकार रामगोपाल वर्मा मुथप्पा की जीवनी पर फिल्म बनाना चाहते थे।
विवेक ओबेरॉय स्टारर इस फिल्म की शूटिंग बेंगलुरू, मेंगलुरू, मुंबई, दुबई और लंदन में हुई थी, हालांकि निर्माण में विलंब के कारण यह फिल्म रिलीज नहीं हो सकी है। मुथप्पा इस फिल्म को लेकर खासे उत्साहित थे और उन्होंने अपना जन्मदिन भी रामगोपाल वर्मा और विवेक ओबेरॉय के साथ मनाया था।