नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने का प्रयास कर रहे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को घोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के अच्छे प्रयास को नकार कर उसके नेताओं को जेल भेजने का अनैतिक काम किया है इसलिए उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता राजीव शुक्ला, उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस की नेता अराधना मिश्रा, अजय राय एवं पंकज मलिक ने रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी ने एक हजार से अधिक बसें प्रवासी श्रमिकों को उनके घर तक भेजने के लिए नाेएडा एवं गाजियाबाद तक भेजी।
इस प्रयास से परेशान मजदूर आराम से अपने घरों तक पहुंच सकते थे लेकिन राज्य सरकार ने मजदूरों को लेकर इन बसों को जाने की इजाजत नहीं दी और खाली ही वापस भेजकर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ फर्जी मुकदमें दायर किए हैं।
उन्होंने कहा कि लल्लू पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने धोखाधड़ी की है और उन्होंने फर्जी नम्बर देकर बसें भेजने की बात की है। इस आरोप में उन्हें पहले आगरा में हिरासत में लिया गया और जमानत मिलने के बाद उन्हें लखनऊ में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि लल्लू को मानसिक यातनाएं दी जा रही हैं और उनसे किसी को मिलने तक नहीं दिया जा रहा है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि जब से लल्लू जेल गए हैं तब से उनसे उनके परिजनों, पार्टी कार्यकर्ताओं और यहां तक कि वकील को तक उनसे नहीं मिलने दिया जा रहा है। उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दायर किया गया और मजदूरों के हक की लडाई लडने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को गिरफ्तार किया गया। इस तरह का अत्याचार पहले शायद उत्तर प्रदेश में कभी नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने लल्लू के खिलाफ ही नहीं बल्कि 60 से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी मुकदमें दायर किए गए है। उन्होंने कहा अनुग्रहनारायण सिंह तथा पंकज सिंह सहित कई लोगों के विरुद्ध मामले दर्ज किए गए हैं और प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को जेल भेजने की धमकी दी जा रही है।