केंद्रीय मंत्री ने औद्योगिक संगठनों, उद्यमियों और बैंक अधिकारियों संग की बैठक
जोधपुर। स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि नए भारत के निर्माण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा घोषित आत्मनिर्भर पैकेज मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि बैंकों के अधिकारी उद्यमियों के बीच समन्वय स्थापित कर इस पैकेज का लाभ पहुंचाएं।
गुरुवार को अपने जोधपुर प्रवास के दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री ने लघु उद्योग भारती, जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, मारवाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स सहित अन्य औद्योगिक संगठनों, उद्यमियों और बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आत्मनिर्भर भारत पैकेज को लेकर विस्तार से चर्चा की। बैंक अधिकारियों ने पैकेज का विवरण प्रस्तुत किया।
शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए भारत की मुहिम शुरू की है। आपदा के इस समय में जो उद्यमी, व्यापारी, ट्रेडर्स, एमएसएमई संकट के दौर से गुज़र रहे हैं, बैंक उन सभी के बीच समन्वय स्थापित कर सही तारतम्य के साथ काम करें, ताकि मंशा के अनुरूप आत्मनिर्भर भारत पैकेज का लाभ मिल सके।
भाजपा जिलाध्यक्ष उद्यमी देवेंद्र जोशी, लघु उद्योग भारती के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व महापौर घनश्याम ओझा, जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बाहेती, मारवाड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रसन्न चंद मेहता, देवेंद्र सालेचा, महेंन्द्र मेघवाल, नाथू सिंह आदि ने अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
मरुधरा बैंक ने दिया 25 लाख का चेक
राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक के कार्मिकों ने पीएम केयर्स फंड के लिए 25 लाख रुपए का चेक शेखावत को भेंट किया। शेखावत ने कहा कि यह सहायता राशि कोरोना और भविष्य में ऐसी किसी भी आपदा से दृढ़ता से मुकाबला करने में बल प्रदान करेगी। वैश्विक आपदा के समय में अपने सामाजिक दायित्व का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के लिए शेखावत ने राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक के सभी कार्मिकों का आभार व्यक्त किया।
हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे वीर सावरकर
शेखावत ने स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि भारत की आत्मा को झकझोरने का जो काम वीर सावरकर ने किया, निश्चित रूप से देश को स्वतंत्र कराने की दिशा में एक बहुत बड़ी चेतना का जागरण हुआ। वीर सावरकर जैसे लोगों ने अपने जीवन और जीवन के समर्पण से जो संदेश दिया, उसी संदेश के कारण देश के आम जनमानस में स्वतंत्रता को लेकर चेतना का जागरण हुआ और देश स्वतंत्र हुआ।
शेखावत ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता केवल भारत नहीं, अपितु विश्व के लिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि भारत के स्वतंत्र होने के 20-25 सालों में दुनिया से गुलामी खत्म हो गई। वीर सावरकर का बलिदान, उनका कालजेयी जीवन है, हमेशा हम सब लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।