कोलकाता। भारत के पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी और मशहूर फुटबॉल क्लब मोहन बागान के पूर्व कप्तान लैशराम मनितोम्बी सिंह का मणिपुर में निधन हो गया है। वह 39 साल के थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा आठ साल का बच्चा है।
मोहन बागान ने रविवार को इसकी जानकारी दी। मनितोम्बी काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और उन्होंने शनिवार को आखिरी सांस ली। मोहन बागान ने कहा कि क्लब अपने पूर्व कप्तान मनितोम्बी के निधन से काफी दुखी है। हमारी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।
10 जून 1981 में मणिपुर में जन्मे मनितोम्बी 2003-05 तक मोहन बागान के लिए खेले थे। उन्होंने 2003 में मोहन बागान के लिए पदार्पण किया था और 2004 में उनकी कप्तानी में टीम ऑल एयरलाइन्स गोल्ड कप की विजेता बनी थी। इसके बाद वह एयर इंडिया और सालगांवकर एफसी की ओर से भी खेले। मनितोम्बी ने 2002 में बुसान एशियाई खेलों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था। वह भारतीय अंडर-23 टीम के भी सदस्य रहे थे।
2002 में मनितोम्बी कोच स्टीफन कांस्टेंटाइन की उस भारतीय अंडर -23 टीम के प्रमुख सदस्य थे जिसने हो ची मिन्ह सिटी में वियतनाम को 3-2 से हराकर एलजी कप जीता था। सिंगापुर में 1971 में आठ देशों के टूर्नामेंट को जीतने के बाद यह भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय खिताबी जीत थी।
मनितोम्बी 2012 से मणिपुर स्टेट लीग में खेले थे। उन्होंने नेरोका एफसी के लिए खेलते हुए अपनी टीम को 2014 में पहली बार लीग खिताब जिताने में मदद की थी। संन्यास लेने के बाद वह मणिपुर स्टेट लीग की चैंपियन टीम एआईएम के मुख्य कोच बने थे। उन्होंने राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता संतोष ट्रॉफी में मणिपुर का प्रतिनिधित्व किया था।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने मनितोम्बी सिंह के निधन पर रविवार को शोक व्यक्त किया। एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल पटेल ने कहा कि मनितोम्बी सिंह के निधन की खबर से काफी दुख पहुंचा। मैं अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। महासंघ के महासचिव कुशल दास ने कहा कि मनितोम्बी एक कुशल फुटबॉलर थे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।