अजमेर। राजस्थान में अजमेर विकास प्राधिकरण की ओर से स्मार्ट सिटी लिमिटेड को 1.15 बीघा जमीन के आवंटन के साथ ही यहां महात्मा गांधी स्मृति उद्यान के निर्माण का रास्ता अब साफ हो गया है।
अजमेर के पुष्कर रोड स्थित हरिभाऊ उपाध्याय विस्तार योजना क्षेत्र में दाहरसेन के पास पहाड़ी की तलहटियों में इस जमीन पर पांच करोड़ रुपए की लागत से स्मृति उद्यान विकसित हो जाने के बाद स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटक भी महात्मा गांधी के जीवन दर्शन से रूबरू हो सकेंगे।
स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एक अभियंता ने जानकारी देते हुए बताया कि महात्मा गांधी के जीवन चरित्र से जुड़ी छह मूर्तियां (स्टेच्यू) यहां स्थापित होगी जो कि करीब 15-15 फीट लंबी प्रस्तावित है। इनमें नई दिल्ली स्थित संसद भवन में गांधी जी की बैठी हुई मूर्ति के समकक्ष मूर्ति स्थापित की जाएगी। साथ ही डांडी यात्रा का भी सजीव चित्रण होगा।
उन्होंने बताया कि जैसलमेर की तर्ज पर इसी उद्यान में एक थियेटर का भी निर्माण प्रस्तावित है। उल्लेखनीय है कि इस स्मृति उद्यान के लिए इसी 12 जून को निर्माण कार्य के टेंडर खुलने जा रहे हैं।
नगर वन उद्यान के बाहर लगे बोर्ड से असमंजस
साल 2016 में राजस्थान के पांच जिलाें में नगर वन उद्यान याेजना के तहत शास्त्रीनगर से थोडा आगे लोहागल रोड पर नगर वन उद्यान बनाया गया है। यह नगर वन उद्यान 75 हैक्टेयर महुआ बीड वनखंड में तैयार है। भाजपा शासनकाल में बने इस नगर उद्यान का उदघाटन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुआ। दीगर बात यह है कि इस नगर उद्यान के मुख्य गेट के बाहर ही एक बोर्ड अलग से लगा नजर आता है। वन विभाग की ओर से लगाए गए इस बोर्ड पर महात्मा गांधी स्मृति उद्यान लिखा गया है। सवाल यह उठ रहा है कि जब महात्मा गांधी स्मृति उद्यान के लिए भूमि आवंटन से पहले ये बोर्ड नगर वन उद्यान के बाहर क्यो और किसलिए लगाया गया। जबकि उदघाटन के दिन तक ऐसा कोई बोर्ड वहां मौजूद नहीं था। जबकि महात्मा गांधी स्मृति उद्यान के लिए भूमि आवंटन भी लोहागल की जगह हरिभाउ उपाध्याय विस्तार योजना के पास दाहरसेन की पहाडी तलहटी में हुआ है।