जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यहां मुख्यमंत्री निवासी पर सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग द्वारा विकसित राजकौशल पोर्टल तथा ऑनलाइन श्रमिक एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज का शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए शुभारंभ किया।
गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन के बाद आजीविका छिनने की पीड़ा झेल रहे श्रमिकों को आसानी से रोजगार मिल सके तथा श्रमिकों की कमी का सामना कर रहे उद्योगों को सुगमता से श्रमिक उपलब्ध हो सकें इसके लिए राज्य सरकार ने एक बड़ी पहल की है। उल्लेखनीय है कि गहलोत ने बीते दिनों कोरोना संक्रमण के कारण बड़ी संख्या में प्रदेश से श्रमिकों के पलायन तथा प्रवासी श्रमिकों के आगमन को देखते हुए ऑनलाइन लेबर एक्सचेंज बनाने के निर्देश दिए थे।
वीडियो कांफ्रेंस के दौरान प्रमुख शासन सचिव सूचना प्रौद्योगिकी अभय कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद मात्र दो सप्ताह में ही यह पोर्टल तैयार किया गया है। आवश्यकता को देखते हुए इस पोर्टल को जल्द ही मोबाइल एप प्लेटफार्म पर भी लाया जाएगा।
शासन सचिव श्रम डॉ. नीरज के पवन ने प्रस्तुतीकरण में बताया कि इस पोर्टल में 12 लाख प्रवासी श्रमिकों के साथ ही नियोजन कार्यालयों तथा भवन एवं अन्य संनिर्माण बोर्ड के पंजीकृत श्रमिकों, आरएसएलडीसी एवं आईटीआई में प्रशिक्षित कुल 53 लाख से अधिक श्रमिकों एवं जनशक्ति का डाटा शामिल किया गया है। साथ ही करीब 11 लाख से अधिक नियोक्ताओं को भी इस पर पंजीकृत किया गया है। इसके अलावा कोई भी श्रमिक इस पोर्टल पर स्वयं का रजिस्ट्रेशन करा सकता है।