बीकानेर। शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ राजस्थान बीकानेर ने सरकार को उन्यासी करोड़ सताइस लाख दो हजार रूपए सालाना बचत के प्रस्ताव दिए। साथ ही मंत्रलयिक संवर्ग के पदों की मांग भी की है।
शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ के अजमेर संभाध्यक्ष मनोज वर्मा ने एक जानकारी में बताया कि राजस्थान के सम्पूर्ण शिक्षा विभाग में प्रशासनिक एवं एकेडमीक सुदृढ़ीकरण व्यवस्था के आशय का विस्तृत मांग पत्र मुख्यमंत्री को भेजा है। इससे पूर्व शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ ने प्रदेश के सभी पदाधिकारियों के साथ सोशल मीडिया प्रस्ताव पर टेलीफ़ोनिक मीटिंग में चर्चा हुई।
शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष गिरजाशंकर आचार्य ने सरकार को शिक्षा विभाग में लगभग उन्यासी करोड़ सताइस लाख दो हजार रूपए प्रतिवर्ष वार्षिक बचत के प्रस्ताव दिए। साथ ही विभाग के प्रशासनिक ढांचे में पंचायत समिति स्तर से निदेशालय स्तर तक मंत्रालयिक कार्मिको की मुख्य उपयोगी पदों के समुचित निर्धारण बाबत माँग पत्र में की गई।
पिछले कुछ वर्षों से कार्यालयों में मंत्रलयिक संवर्ग के पदों में कटौती कर शिक्षा अधिकारियों के पदों में बेहताशा वृद्धि की गई। व्याख्याता शिक्षकों (राजपत्रित) से शिक्षा कार्यालयों में मंत्रालयिक कर्मचारियों का कार्य करवाया जा रहा है। जिसका शिक्षा के सुधार से कोई लेना देना नहीं है। इससे विभाग के मूल ध्येय शिक्षा जैसे प्रमुख कार्य का उलंघन भी हो रहा है।
इस वजह से राजस्थान सरकार को करोड़ों रुपए का अपव्यय भी वहन करना पड़ रहा है जो आरटीई के नियमों का सीधा उलंघन है। शैक्षणिक स्टाफ जो सिर्फ़ शिक्षण कार्य के लिए पूर्ण प्रशिक्षित है उनसे छात्र हितों को अनदेखा कर कार्यालयों में कार्य करना एक तो विभाग दूसरे छात्रों के हित में क़तई नहीं है। इन बातों के मध्यनज़र मंत्रलयिक संवर्ग के पदों को शिक्षा विभाग के समस्त कार्यालयों में पुनः स्रजित करे तथा शैक्षिक व्याख्याता के पदों के स्थान पर समयोजित करने के तथ्य परख विस्तृत प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भिजवाए गए। निदेशक को इसी आशय का ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन से पूर्व संघ के संस्थापक मदन मोहन व्यास प्रदेश संरक्षक राजेश व्यास, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष विष्णु पुरोहित , प्रदेशाध्यक्ष गिरजाशंकर आचार्य ने संघ की मीटिंग रखी। टेली मीटिंग में प्रदेश के पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया के जरिए अपने विचार रखे।
इनमें सम्मिलित मुख्य प्रतिनिधि पूनम चन्द ब्यास जोधपुर, गोविन्द श्रीमाली कमलेश पुरोहित जोधपुर, मनोज वर्मा अजमेर,पंकज भटनागर, कमल नारायण आचार्य, अजय आचार्य, पीराराम शर्मा, मुकेश बोहरा पाली व बाडमेर, गिरिराज हर्ष, जितेन्द्र माथुर, अनुप नलावत जयपुर, संदीप धबाई जयपुर, ओम सारडा जोधपुर, ललित मोहन जयपुर, कमल बाबेल उदयपुर, देवराज जोशी, महेन्द्र रंगा, राजेन्द्र चौधरी, केके कल्ला, नीरज भटनागर, महेन्द्र सिह सीकर, सुरेश कुमार झुन्झुनू, राजेन्द्र मीणा जयपुर, गोपाल कल्ला जोधपुर, शिव कुमार कल्ला जोधपुर, रामजी लाल मीणा कोटा, मुकेश शर्मा अलवर, राजेश जोशी पाली समेत जिलों से संगठन के लोग शामिल हुए।