अजमेर। राजस्थान में अजमेर की ख्यातनाम मिशनरी स्कूल सेंट एंसलम स्कूल के प्राचार्य पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ आंदोलन खड़ा किया गया है।
केसरगंज स्थित स्कूल पहुंचे महिला जन अधिकार समिति एवं मानव अधिकार आयोग के कार्यकर्ताओं ने एक पत्र प्राचार्य के कक्ष के बाहर चस्पा कर दिया जिसमें बिशप केसरगंज चर्च से स्कूल प्राचार्य फादर सुसई मनिक्कम से फादर की उपाधि छीन लेने की मांग की गई।
फादर पर आरोप है कि उन्होंने नवंबर 2018 में चर्च की सिस्टर के साथ घृणित कृत्य किया। इसलिए पीड़िता को न्याय दिलाया जाए और फादर की उपाधि छीनकर समाज के साथ साथ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाए।
महिला जन अधिकार समिति की भंवरी देवी ने मीडिया के समक्ष आरोप लगाया कि इतना समय व्यतीत हो जाने के बावजूद भी फादर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। पीड़िता अब तक अपने को असुरक्षित महसूस कर रही थी लेकिन अब वह कार्यवाही चाहती है।
भंवरी देवी ने कहा कि मामला चाहे पुराना हो लेकिन पीड़िता की जब शिकायत है तो उसे न्याय मिलना चाहिए। स्कूल पहुंचे मानवाधिकार आयोग के शैलेश गुप्ता ने भी फादर के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने पर सार्वजनिक रूप से आंदोलन की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि पीड़िता की ओर से वर्ष 2018 में ही फादर के खिलाफ चर्च को लिखित शिकायत दे दी गई थी लेकिन उनकी ओर से कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई।