जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर पाॅलिटिकल ड्रामा कर रहे है और वे ही इसके मुख्य सूत्रधार है।
डा.पूनियां ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि गहलोत षडयंत्रपूर्वक अनर्गल एवं तथ्यहीन बातें कर रहे है। वे दिमागी तौर पर असंतुलित है इसीलिए ऐसी तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे है। उन्होंने कहा कि गहलोत के पास विधायकों की हाॅर्स ट्रेडिंग के कोई सबूत है तो साबित करें, नहीं तो प्रदेश की जनता और विधायकों से माफी मांगे।
उन्होंने कहा कि विधायकों की हाॅर्स ट्रेडिंग को लेकर गहलोत के बयानों से लग रहा है कि चोर की दाढ़ी में तिनका है। गहलोत या तो ड्रामा बंद करें, नहीं तो उनके झूठ का जवाब देने के लिए हमारे पास भी कानूनी रास्ते खुले हैं।
डाॅ. पूनियां ने मुख्यमंत्री गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि राजस्थान की राजनीति में जो राजनैतिक वायरस फैलाया है, वो बेहद ही खतरनाक है और खुद गहलोत को इस वायरस से बचने के लिए योग, प्राणायाम एवं चिकित्सकीय परामर्श की आवश्कता है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में सचिन पायलट का आगमन मुख्यमंत्री बनने की महत्वकांक्षा के कारण हुआ था। सरकार के शपथग्रहण समारोह में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की अन्तर्कलह सामने आई थी, उसके बाद मंत्रिमण्डल विस्तार में भी दोनों के मतभेद साफ जाहिर हुए थे और इनकी इसी लड़ाई के कारण प्रदेश का मंत्रीमण्डल 20 दिन तक लटका हुआ था, जिससे पूरा प्रदेश वाकिफ है।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि राजस्थान में पिछले 18 महीने से इन्होंने लूट और झूठ के अलावा कुछ नहीं किया। प्रदेश कांग्रेस संगठन में एवं राज्य सरकार में किस तरह की गुटबाजी है इसके बारे में किसी भी प्रमाण की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि इनकी सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, विधायक हेमाराम, भरत सिंह, विरेन्द्र सिंह के बयानों से स्पष्ट तौर पर पता लगा सकते है कि किस तरह मुख्यमंत्री गहलोत की कार्यशैली से इनकी सरकार के भीतर एवं बाहर नाराजगी है।