नई दिल्ली। देश में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर में लगातार इजाफा हो रहा है और अब यह बढ़कर 49.47 प्रतिशत हो गई है। इस समय देश में कोरोना वायरस से संक्रमित 1,47,194 मरीज ठीक हो चुके हैं तथा 1,41,842 मरीज चिकित्सकों की निगरानी में हैं।
पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 6,166 मरीज ठीक हो गए हैं और कोरोना वायरस के मामलों के दुगुना होने की दर जो लॉकडाउन से पहले 3.4 थी वह भी अब बढ़कर 17.4 दिन हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया है कैबिनेट सचिव ने आज सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों, स्वास्थ्य सचिवों और शहरी विभाग के सचिवों से वीडियोकांफ्रेंसिंग के जरिए उन्हें कंटेनमेंट रणनीति, टेस्टिंग, कांटेक्ट ट्रेसिंग, स्वास्थ्य के आधारभूत ढांचे में सुधार, केसों के क्लीनिकल प्रबंधन और कोविड-19 से निपटने के लिए सामुदायिक सहभागिता पर जोर दिया है।
राज्यों को कहा गया है कि वे अपने यहां कोरोना के उभरते हॉट स्पाट पर विशेष ध्यान दें और विषाणु के प्रसार को रोकने के लिए कड़े कंटेनमेंट उपाय करें। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन में घर-घर विशेष टीमें भेजकर जांच कराने को भी कहा गया है तथा कोरोना वायरस के मामलों का जल्द पता लगाया जा सके।
राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को अपने स्वास्थ्य ढांचे में सुधार करने को भी कहा गया है ताकि मामलों के बढ़ने पर तुरंत उनका प्रभावी तरीके से इलाज हो सके। इस दौरान पर्याप्त सामग्री और प्रशिक्षित मानव संसाधनों (चिकित्सकों, स्टॉफ नर्सों तथा गैर चिकित्सा स्टॉफ) की उपलब्धता पर भी जोर दिया गया है।
समीक्षा बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि अभी से एहतियाती उपाय बरतने का अधिक फायदा कोरोना मरीज के लिहाज से संवेदनशील मरीजों जैसे बुजुर्ग एवं अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को होगा। इस दौरान लोगों को सामाजिक दूरी, मॉस्क और मुंह को ढकने और व्यक्तिगत साफ-सफाई के प्रति जागरुक करने को कहा गया है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद(आईसीएमआर) ने भी अपनी कोरोना वायरस टेस्टिंग क्षमता में काफी इजाफा किया है और इस समय देश में 637 सरकारी तथा 240 निजी प्रयोगशालाएं कोरोना वायरस संक्रमण की जांच में जुटी हुई हैं। देश में अब तक 53,63,445 नमूनों की जांच की जा चुकी है और पिछले 24 घंटों में 1,50,305 नमूनों की जांच हुई है।