अजमेर। हिन्दुओं के पवित्र ग्रंथ वेद को लेकर सम्प्रदाय विशेष के कब्रिस्तान के गेंट पर लिखी गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर विश्व हिन्दू परिषद की ओर से जताया गया आक्रोश रंग लाया और प्रशासन के संज्ञान में लाए जाने के बाद 24 घंटे के भीतर उक्त टिप्पणी हटा दी गई।
विहिप अजमेर की ओर से बताया गया कि वेदों के सम्बन्ध में अपमानजनक टिप्पणी को लेकर परिषद की ओर से कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया था। शनिवार को स्थानीय लोगों ने इस मामले में टिप्पणियां लिखने वालों के विरुद्ध आदर्श नगर थाने में रिपोर्ट भी दी।
विहिप के महानगर मंत्री लोकेन्द्र मिश्रा ने बताया कि संगठन और प्रशासन के दवाब में वेद पर कथित टिप्पणी करने वालों ने कब्रिस्तान के गेट पर लिखे अपमान शब्द मिटा दिए तथा उस स्थान को रंग से पोत दिया। संगठित हिन्दू समाज पूज्य धर्म ग्रंथों, मन्दिरों, धार्मिक स्थलों, मान बिन्दुओं, साधू-संतों और गौमाता का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि इस टिप्पणी के विरोध में आवाज बुलंद करने वाले कार्यकर्ता, समाज बंधुओं की मांग पर पर गंभीरता से कार्रवाई वाले जिला व पुलिस प्रशासन एवं आमजन की आवाज बने मीडिया का विश्वहिंदू परिषद अजमेर आभार जताती है।
मोरों की मौत के जिम्मेदारों को मिले सजा
विहिप के विभाग मंत्री शशिप्रकाश इंदौरिया ने कहा कि सोमलपुर गांव में बड़ी संख्या में राष्ट्रीय पक्षी मोर की संदेहास्पद स्थिति में मृत्यु हो जाना और वन विभाग के द्वारा घोर लापरवाही बरतना तथा घायल मोर को देखकर भी इलाज के बजाय कुत्ते, बिल्ली के शिकार के लिए वहीं छोड़कर आ जाना गम्भीर अपराध है। मोरों की मौत का असल कारण सामने लाए जाने के लिए मेडिकल बोर्ड गठित कर पोस्ट मार्टम कराया जाना चाहिए। इस मामले में दोषी अपराधियों व कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की मांग विहिप करती है।
कब्रिस्तान के गेट पर ‘वेद’ के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी से भडकी विहिप