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जरूरत पड़ने पर और ट्रेनें चलाई जाएगी : रेलवे बोर्ड अध्यक्ष - Sabguru News
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जरूरत पड़ने पर और ट्रेनें चलाई जाएगी : रेलवे बोर्ड अध्यक्ष

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जरूरत पड़ने पर और ट्रेनें चलाई जाएगी : रेलवे बोर्ड अध्यक्ष

नई दिल्ली। रेलवे ने कहा है कि वह अभी चलाई जा रही सभी ट्रेनों में ‘वेटिंग लिस्ट’ की स्थिति पर नजर रखे हुए है और यदि जरूरत पड़ी तो ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने आज एक वर्चुलअल प्रेसवार्ता में बताया कि एक जून से जिन 230 ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है उनमें जून और जुलाई के लिए टिकट आसानी मिल रहे हैं। सभी ट्रेनों में ‘वेटिंग लिस्ट’ की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

सिर्फ तीन ट्रेनें ही ऐसी हैं जिनमें अगस्त से पहली के टिकट नहीं मिल रहे। इनमें एक ट्रेन डिब्रूगढ़ की, एक अमृतसर से कोलकाता की और एक बिहार की है। अन्य ट्रेनों में जून और जुलाई के टिकट उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो जिस मार्ग पर मांग अधिक होगी वहां ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जायेगी। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि गांवों से शहरों की तरफ यात्रा करने वालों की संख्या भी बढ़ी है, लेकिन अभी उपलब्ध सीटों की तुलना में यह काफी कम है।

रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इन 230 ट्रेनों का चयन इस प्रकार किया गया है कि देश के हर हिस्से को जोड़ा जा सके। साथ ही मांग का ध्यान भी रखा गया था। जिस मार्ग पर मांग अधिक है, उन मार्गों पर भी ट्रेनें चलाई गई हैं।

यादव ने कहा कि अब श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांगों में कमी आई है। पहले 26 मई तक जहां औसतन रोजना 250 विशेष ट्रेनों श्रमिकों के लिए चलाई जा रही थीं, वहीं अब यह संख्या काफी कम हो गई है। गत तीन जून को राज्यों ने 171 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग की थी और चार से 14 जून के बीच 222 ऐसी ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं।

इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से प्राप्त राजस्व के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि प्रति यात्री रेलवे को छह सौ रुपए की आमदनी हुई है। अब तक 60 लाख से अधिक श्रमिकों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाया गया है।

उन्होंने बताया कि कोरोना काल में 1.35 करोड़ टन अनिवार्य वस्तुओं की ढुलाई की जा चुकी है। पिछले साल इसी अवधि में 72.2 लाख टन अनिवार्य वस्तुओं की ढुलाई हुई थी। इस साल 24 मार्च से 14 जून के बीच 35 लाख वैगन सामान ढुलाई की गई है जिनमें से 20 लाख वैगन अनिवार्य वस्तुयें हैं।

इस दौरान रेलवे ने माल ढुलाई के लिए पहली बार दुमंजिला वैगनों का इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है। इससे वैगनों की माल ढुलाई क्षमता दुगुनी हो जाएगी। यादव ने बताया कि रेलवे ने लॉकडाउन का फायदा उठाने के लिए सुरक्षा संबंधी मरम्मत का काम लगभग पूरा कर लिया है। आम तौर पर ट्रैक पर बड़े मरम्मत के लिए कभी-कभी यातायात लंबे समय के लिए रोकना पड़ता है।