टोक्यो। जापान फुटबॉल संघ (जेएफए) ने सोमवार को घोषणा की कि उसने फीफा महिला विश्वकप 2023 की मेजबानी की दावेदारी वापस ले ली है।
फुटबॉल जगत के लिए यह निर्णय एक बड़ा आश्चर्य है क्योंकि फुटबॉल की विश्व नियामक संस्था फीफा गुरुवार को एक ऑनलाइन बोर्ड बैठक के बाद टूर्नामेंट के मेजबानों का फैसला करने वाली है।
जेएफए के अध्यक्ष कोजो ताशिमा ने एक बयान में कहा कि मेजबानी की दावेदारी वापस लेने का निर्णय जापान बोली समिति और जेएफए की कार्यकारी समिति में सावधानीपूर्वक विचार के बाद लिया गया।
ताशिमा फरवरी में यूरोप और अमेरिकी दौरे के दौरान कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ से संक्रमित हुए थे। ताशिमा ने कहा कि कोरोना महामारी विश्व फुटबॉल जगत के सामने एक बड़ी चुनौती है। लेकिन जापान प्रभावित फुटबॉल क्लबों को आर्थिक रूप से मदद करने और सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम जारी रखेगा।
जापान का विश्व कप की मेजबानी के लिए ब्राजील, कोलंबिया और ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड की संयुक्त दावेदारी से मुकाबला था। ब्राजील ने इस महीने यह कहते हुए दावेदारी से अपना नाम वापस ले लिया था कि उसकी सरकार को कोरोना संकट को देखते हुए इसे आयोजित करने में कोई फायदा नहीं दिखाई देता है।
जापान के इस दावेदारी से पीछे हटने का कारण दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त दावेदारी के समर्थन की संभावना है। ऑस्ट्रेलिया 2006 में एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) में शामिल हुआ था। अब विश्व कप की दावेदारी कोलंबिया और ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड के बीच सिमट गई है। टूर्नामेंट के मेजबान का फैसला 25 जून को उसकी संचालन परिषद की ऑनलाइन बैठक में किया जाएगा।