नई दिल्ली। देश मे कोरोना महमारी को देखते हुए अब जुलाई में होने वाली विश्वविद्यालयों एवं कालेजों की परीक्षएँ रद्द किये जाने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक की सलाह पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) छात्रों और शिक्षकों के हित मे यह निर्णय लेगा।
गौरतलब है कि डॉ निशंक ने बुधवार को कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों को परीक्षा आयोजित करने तथा नया शैक्षणिक सत्र शुरू करने के बारे में जारी दिशानिर्देश पर यूजीसी को फिर से विचार करने की सलाह दी।
डा. निशंक ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी है।
दिल्ली विश्विद्यालय शिक्षक संघ ने डॉ निशंक की इस सलाह का स्वागत किया है और इसे अपनी जीत बताया है।
डॉ निशंक ने अपनी ट्वीट में कहा, मैंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को सलाह दी है कि पिछले दिनों उसने परीक्षाओं को आयोजित करने के बारे में जो दिशा निर्देश जारी किए थे उस पर वह फिर से विचार करे।
उन्होंने कहा कि इस सलाह के पीछे छात्रों शिक्षकों और गैर शैक्षिक कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ की चिंता है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों यूजीसी ने एक दिशा निर्देश जारी कर विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को अंतिम सेमेस्टर की ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने तथा संस्थानों को नए सत्र में खोलने और दाखिला लेने आदि के बारे में एक निर्देश जारी किया था लेकिन शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों ने इसका तीखा विरोध किया था और कहा था कि कोरोना के कारण वे परीक्षा देने की स्थिति में नहीं हैं।
यूजीसी अगर इस सलाह को मान लेती है तो परीक्षएँ नही होंगी।