सबगुरु न्यूज-सिरोही। उच्च शिक्षा की सामयिक समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रतिनिधिमंडल की विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर डीपी सिंह एवं अन्य अधिकारियों के साथ विस्तृत ऑनलाइन मीटिंग हुई ।
इस संबंध में जानकारी देते हुए महासंघ के अध्यक्ष एवं राजस्थान विश्वविद्यालय के भूतपूर्व कुलपति प्रोफेसर जे पी सिंघल ने बताया कि कोरोना महामारी की बदलती परिस्थितियों को देखते हुए विश्वविद्यालयों की परीक्षा और अकादमिक सत्र के बारे में नई गाइडलाइन जारी करने की मांग महासंघ ने की। यूजीसी अध्यक्ष ने बताया किस पर एक कमेटी का गठन किया गया है तथा शीघ्र परीक्षा एवं अकादमिक सत्र हेतु नई गाइडलाइन जारी की जाएंगी।
प्रोफ़ेसर सिंघल ने बताया कि निजी शिक्षा संस्थानों के शिक्षकों को कोरोना काल में पूरा वेतन देने एवं उच्च शिक्षा संस्थानों में आईसीएमआर की गाइड लाइन के अनुसार हाइजीन व सैनिटाइजिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु निर्देश जारी करने की मांग की गई। जिस पर यूजीसी अध्यक्ष ने समुचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
वार्ता में कोरोना समय में चल रहे विभिन्न ऑनलाइन शैक्षिक गतिविधियों, वेबीनार तथा फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के बारे में स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने, उच्च शिक्षा संस्थानों के शिक्षकों में विद्यार्थियों विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ऑनलाइन एजुकेशन हेतु समुचित संरचना व इंटरनेट डाटा की व्यवस्था करने तथा शिक्षकों की भर्ती एवं पदोन्नति के संबंध में जारी यूजीसी रेगुलेशन 2018 की विसंगतियों को दूर करने पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया।
यूजीसी अध्यक्ष प्रोफेसर डी पी सिंह ने सभी विषयों को एक-एक करके गंभीरता से सुना तथा प्रत्येक बिंदु पर यूजीसी द्वारा की गई कार्यवाही से अवगत कराया। प्रोफेसर डीपी सिंह ने महासंघ को आश्वस्त किया कि शिक्षा और शिक्षकों की समस्याओं को लेकर यूजीसी गंभीर है तथा महासंघ द्वारा बताए गए बिंदुओं पर अधिकारियों के साथ चर्चा करके शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा।
प्रोफेसर डीपी सिंह ने इसके साथ ही यूजीसी द्वारा वर्तमान कोरोना समय में उठाए जा रहे विभिन्न कदमों से भी महासंघ को अवगत कराते हुए विद्यार्थियों का हित सुनिश्चित करने का आग्रह किया। इस अवसर पर यूजीसी के सेक्रेटरी प्रोफेसर रजनीश जैन तथा अन्य अधिकारी उपलब्ध उपस्थित थे ।
महासंघ के प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष प्रोफेसर जे पी सिंघल के अलावा संगठन मंत्री महेंद्र कपूर, महामंत्री शिवानंद सिंदनकेरा, उच्च शिक्षा संवर्ग प्रभारी महेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष प्रोफेसर प्रग्नेश शाह, सचिव डॉ मनोज सिन्हा तथा सह-सचिव डॉ नारायण लाल गुप्ता शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ देशभर के प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के 10 लाख से अधिक शिक्षकों की सदस्यता वाला सबसे बड़ा शैक्षिक संगठन है। राजस्थान में स्कूल शिक्षा में राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) तथा उच्च शिक्षा में रुक्टा (राष्ट्रीय) शैक्षिक महासंघ से संबद्ध है।